योगी को सीएम बनाकर मोदी ने सपा की महिला नेता को दिया करारा जवाब
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने छात्रसंघ का उद्घाटन करने के लिए भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ को इलाहाबाद बुलाया गया था। लेकिन ऋचा सिंह ने योगी के विरूद्ध खुल्लम खुल्ला मोर्चा खोल दिया।
इलाहाबाद। इलाहाबाद में आज से लगभग ढाई साल पहले इस कहानी की पटकथा लिखी गई थी। उस वक्त इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का चुनाव हो चुका था और छात्रसंघ के इतिहास में देश की आजादी के बाद पहली महिला अध्यक्ष बनने का गौरव ऋचा सिंह को मिला था। इतिहास के पन्नों पर सुनहरे अक्षरों में नाम लिखवा चुकी ऋचा भी पूरे राजनैतिक सवाब पर थी और हो भी क्यों न उन्होंने ऐसा कारनामा जो किया था। पर उसी दरमियान उत्साह से लबरेज ऋचा ने ऐसा कारनामा किया कि उसकी टीस ढाई साल से भाजपा को सालती रही।
दरअसल अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने छात्रसंघ का उद्घाटन करने के लिए भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ को इलाहाबाद बुलाया गया था। लेकिन ऋचा सिंह ने योगी के विरूद्ध खुल्लम खुल्ला मोर्चा खोल दिया। योगी तो तब इलाहाबाद नहीं आ सके और यह टीस उन्हे हमेशा सताती रही। लेकिन इस चुनाव में न सिर्फ सपा का सफाया हुआ, बल्कि ऋचा भी हार कर चुप्पी साधे हुये हैं। लेकिन यह सब यूं ही नहीं हुआ। इसके पीछे पीएम मोदी का मास्टर माइंड था और अब जाकर कुछ पुरानी परते खुली हैं। जरूर पढ़ें- योगी आदित्यनाथ के सीएम बनते ही मेरठ के कत्लखानों में रुका पशुओं का कटना
छा गईं ऋचा, गिरी योगी की साख
योगी के कद का अंदाजा भले ही ऋचा को नहीं रहा हो लेकिन छात्रसंघ अध्यक्ष की पावर का एहसास ऋचा ने योगी को करा दिया था। योगी के इलाहाबाद आने पर रोक के लिये ऋचा सड़क पर उतर आयीं और पहली बार गोरखपुर के दिग्गज योगी को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। योगी की साख को नुकसान पहुंचाने में ऋचा कामयाब हो गई थीं। एकाएक ऋचा सिंह बनाम योगी की खबरें मीडिया में सुर्खियां बटोरने लगीं और देखते ही देखते समाजवादी छात्र सभा की नेत्री ऋचा सपा के लिये राजकुमारी हो गईं। चूंकि योगी का इस तरह से कभी विरोध नहीं हुआ था और न ही योगी कभी ऐसे झुके थे। लेकिन इस घटना ने ऋचा का कद कहीं अधिक ऊंचा कर दिया।
ऋचा के शब्द पड़े थे भारी
योगी आदित्यनाथ पर हमलावर हुई ऋचा ने एलान कर दिया कि वह किसी भी कीमत पर योगी को इलाहाबाद नहीं आने देंगी। ऋचा ने कहा था कि वह विश्वविद्यालय में भगवाकरण की राजनीति नही चलने देंगी।
सपा के टिकट पर लड़ा चुनाव
ऋचा ने सपा के टिकट पर शहर पश्चिमी से चुनाव लड़ने का संकेत दे दिया तो भाजपा ने ऋचा को भगवाकरण की राजनीति का एहसास दिलाने के लिये प्लान तैयार किया। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां ऋचा को रोकने के लिये एक्स्पेरमेन्टल ब्वाय सिद्धार्थ नाथ सिंह को उतारा। सिद्धार्थ ने पीएम के एक्स्पेरमेन्ट को सही साबित किया। उन्होंने योगी को रोके जाने का बदला ऋचा के राजनीतिक कैरियर को रोकर लिया।
अब कौन रोकेगा योगी को आने से
योगी को सीएम बनाये जाने के बाद इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में विद्यार्थी परिषद ने जश्न मनाया और तख्तियां पर लिखा कि अब कौन रोकेगा योगी को इलाहाबाद आने से। फिलहाल सिद्धार्थ नाथ सिंह हमेशा से खुद को एक्स्पेरमेन्ट ब्वाय कहते थे। लेकिन उनके शब्दों में छिपे दोअर्थी शब्दों से कुछ बातें सामने नहीं आ रही थी। पर योगी के सीएम बनने के बाद सियासत के गलियारे से यह बात खुलकर सामने आई की एक्स्पेरमेन्ट के तौर पर यह कहीं न कहीं सपा व ऋचा को जवाब था।