प्यार में पड़ी बेटी का पिता ने दबाया गला, नहीं मरी तो जलाकर की हत्या
उन्नाव। हसनगंज के ऊंचाद्वार में युवती को जिंदा जलाकर हत्या करने की वीभत्स घटना का खुलासा उन्नाव पुलिस ने कर दिया है। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए आरोपी परिजनों को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि युवती को जिंदा जलाने में मां और बेटे ने भी पिता का सहयोग किया था। एएसपी ने बताया कि सम्मान में ठेस पहुंचता देख घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की है।
ये था मामला
मंगलवार को युवती का शव संदिग्ध परिस्थितियों में जला हुआ गांव के बाहर मिला। शव मिलने की जानकारी मिलते ही मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंच गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस संबंध में मृतक परिजन ने बताया कि रात में सब लोग खाकर लेटे थे। सुबह लगभग 3:00 बजे उन्होंने देखा कि लड़की अपने बिस्तर पर नहीं है। काफी खोजाने पर सुबह उसका शव खेत में पड़ा मिला। लड़की के पिता ने उसके प्रेमी पर आरोप लगाया। जबकि लड़की के पिता के हाथ के बाल जले हुए मिले।
ऑनर किलिंग का मामला आया सामने
एएसपी अष्टभुजा प्रसाद सिंह ने बताया कि विवेचना के दौरान यह बात स्पष्ट हो गई थी कि मामला ऑनर किलिंग का है। एएसपी ने बताया कि पुलिस ने पुख्ता सबूत इकट्ठा किए और रामप्रसाद से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने घटनाक्रम का खुलासा कर दिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी पिता रामप्रसाद ने बताया कि उसकी बेटी ने गांव में उसे मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा था। जनवरी में वह पड़ोसी विकास के साथ चली गई। दोनों रिश्ते में बुआ-भतीजे थे, इसको लेकर गांव के लोग तरह-तरह की बातें कर रहे थे। तीन दिन बाद घर लौटी तो उसे रिश्ते का हवाला देकर बहुत समझाया पर वह नहीं मानी और विकास से मिलती रही।
दूसरी जगह तय कर दी शादी
ज्योति पड़ोस में रहने वाले सतनारायण पासवान के बेटे विकास से प्रेम करती थी और उसी से शादी करना चाहती थी। मगर ज्योति के मां-बाप विकास से दूरी बनाने के लिए ज्योति पर दबाव डालते थे। इसी बीच उसकी शादी परिजनों ने पुरवा में तय कर दी। इसके बाद भी ज्योति और विकास का मेलजोल चलता रहा। वहीं दूसरी तरफ आए दिन मां बाप ज्योति को डांटते थे। राम प्रसाद ने बताया कि उसने और उसकी पत्नी ने आक्रोश में आकर बेटे के साथ मिलकर ज्योति की जमकर पिटाई की जिससे ज्योति मूर्छित हो गई। एएसपी ने बताया कि रमाप्रसाद जिसके बाद उसे अपने खेत में ले गए। मृतका का भाई दीपक पीछे से केरोसिन की पिपिया लेकर खेत पहुंचा था, जहां पिता ने पहले केरोसिन डाला फिर आग लगा दी। घटना के समय किशोरी के शरीर में सांसें बची थीं, जिसकी पोस्टमार्टम में पुष्टि भी हुई।