SP-BJP के बीच ट्वीटर वार ने गरमाया यूपी का माहौल, जानिए कैसे हुई RSS की एंट्री
उत्तर प्रदेश में एक तरफ मैनपुरी में चुनावी माहौल गरम है तो लखनऊ में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Praty) और भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) के बीच पिछले कई सप्ताह से ट्विटर वार जारी है। ट्रेंड ये है कि दोनो खेमा एक दूसरे के टि्वट और रिट्वीट से बाज नहीं आ रहा है। आलम यहां तक पहुंच गया है कि यहां शब्दों की मार्यादा और सीमा भी पार हो गई है। लेकिन ताजा मामला ये है कि अब इसमें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की भी एंट्री हो गई है। इस मामले में अब लखनऊ के गोमतीनगर में एक फआईआर भी दर्ज कराई गई है।

पुलिस ने गुरुवार को कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) मीडिया सेल के खिलाफ अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के माध्यम से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। लखनऊ के विभूति खंड थाने में आरएसएस कार्यकर्ता और अधिवक्ता प्रमोद कुमार पांडेय की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है।
पांडे ने आरोप लगाया कि सपा मीडिया प्रकोष्ठ ने अपनी शाखाओं में आरएसएस के युवा स्वयंसेवकों के इलाज के संबंध में ट्विटर पर 'बेहद आपत्तिजनक' टिप्पणियां कीं और दावा किया कि इससे उन्हें मानसिक आघात पहुंचा है. सपा मीडिया सेल के यूपी बीजेपी प्रवक्ता मनीष शुक्ला और राकेश त्रिपाठी के साथ वाकयुद्ध में शामिल होने के बाद आरएसएस के स्वयंसेवक ने कथित तौर पर शिकायत दर्ज की।
सुनते हैं कि अंग्रेजों की दलाली हेडगेवार के टाइम से चली आ रही है
संघियो ने तो अंग्रेजों के टॉयलेट/जूते चाटकर साफ़ किए हैंआजादी के बाद तुम पैदा हुए हो ,तुमने वही सेवाएं अपने बचपन से चिन्मयानंद और बाबा राम रहीम गुफा वाले और संघी प्रचारक भाई साहबों को दी हैं ? क्यों @manishBJPUP ? https://t.co/M2B3kKLbFW
— SamajwadiPartyMediaCell (@MediaCellSP) December 1, 2022
पांडेय ने कहा कि मैंने आपत्तिजनक और अभद्र ट्वीट पोस्ट करने के लिए समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। संघ में खेलों के नाम पर बच्चों पर 377 की कथित प्रथा का जिक्र था. इसमें कुछ नेता शामिल होंगे और मैं उनकी गिरफ्तारी चाहता हूं।
ट्वीट में आरएसएस के संस्थापक सरसंघचालक केशव बलिराम हेडगेवार का जिक्र है, जिन्होंने आरोप लगाया है कि संगठन अपने अस्तित्व के बाद से ही अंग्रेजों की गुलामी करने में व्यस्त था। इसमें रेप के दोषी गुरमीत राम रहीम और 2019 के रेप केस के आरोपी पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद सरस्वती का भी जिक्र है।
पांडे ने कहा कि "करोड़ों स्वयंसेवक" आरएसएस से जुड़े हैं और ट्वीट के माध्यम से सामाजिक और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की साजिश रची गई है। पांडे ने शिकायत में कहा कि इसी हैंडल पर पहले भी आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई थीं, इसलिए इसे ब्लॉक किया जाना चाहिए।
पुलिस के अनुसार, अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (2) (दुश्मनी पैदा करने या बढ़ावा देने वाले बयान) और सूचना प्रौद्योगिकी संशोधन अधिनियम 2008 की धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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