दहेज उत्पीड़न की शिकार महिला को डॉक्टर ने बाहर फेंकवाने की दी धमकी, परिजनों को भी दिखाया पुलिस का डर
डॉक्टर आरके पांडे ने ना तो पीड़ित का इलाज किया और ना ही उसकी कोई जांच की। इसके उलट डॉक्टर पांडेय ने पीड़िता को चिकित्सालय से उठवाकर बाहर फेंकवा देने की धमकी दी और परिवार को पुलिस का डर दिखाया।
बलरामपुर। जिले के मेमोरियल अस्पताल में एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार करने वाली डॉक्टरों की संवेदनहीनता सामने आई है। यहां बुरी तरह घायल और जली विवाहिता के उपचार में न सिर्फ लापरवाही की गई बल्कि चिकित्सालय में तैनात एक डॉक्टर ने उसे उठाकर बाहर फेंकवा देने की धमकी तक दे डाली। पीड़ित परिजनों ने घटना की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी से मामले की शिकायत की है।
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मामला थाना रेहरा बाजार क्षेत्र के गांव सोनापार मोहरिया का है जहां के रहने वाले मुबारक और उसके परिजनों ने दहेज की मांग न पूरी होने पर अपनी पत्नी शाहीन बानो (25) को घर की छत से नीचे फेंक दिया था। छत से गिरने के बाद शाहीन बानो गंभीर रूप से घायल हो गई थी। दहेज लोभियों का इतने से जब जी नहीं भरा तो उन्होंने मिट्टी का तेल डालकर उसको आग के हवाले करने का भी प्रयास किया। जिससे विवाहिता जल गई आनन-फानन में उसे स्थानीय चिकित्सालय पहुंचाया गया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।
बीते शनिवार 4 मार्च को विवाहिता को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन यहां तैनात डॉक्टरों ने उसका कोई इलाज करना शुरू तक नहीं किया। डॉक्टर महज औपचारिकता ही पूरी करते रहे। जब परिजनों के सब्र का बांध टूट गया तो उन्होंने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि रात की ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉक्टर आरके पांडे ने ना तो पीड़ित का इलाज किया और ना ही उसकी कोई जांच की। इसके उलट डॉक्टर पांडेय ने पीड़िता को चिकित्सालय से उठवाकर बाहर फिकवा देने की धमकी भी दी साथ ही परिजनों को धमकाते हुए डॉक्टर पांडेय ने पुलिस को बुलाकर पकड़वा देने की बात कही। परिजनों का ये भी आरोप है कि डॉक्टर पांडे ने उनसे सादे कागज पर अंगूठा भी लगवा लिया, जिसका वो गलत इस्तेमाल भी करना चाहते हैं।
मामला मीडिया में आने के बाद डॉक्टर आरके पांडेय चिकित्सालय से नदारद हो गए। साथ ही मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने भी मामले पर चुप्पी साध रखी है। मीडिया के दखल के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है। पीड़िता के परिजनों ने कहा ये महज औपचारिकता है कोई भी कार्रवाई डॉक्टर के विरुद्ध नहीं की जाएगी। वहीं घटना में दहेज लोभियों के विरुद्ध पीड़ित विवाहिता के चाचा की तहरीर पर रेहरा पुलिस ने पुलिस अधीक्षक एसपी उपाध्याय के हस्तक्षेप के बाद आरोपी पति मुबारक सहित उसके परिजनों के विरुद्ध कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। वहीं पीड़ित की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।