योगी के मंत्री के दबाव में पुलिस ने बेकसूर को भेजा जेल, अपराधी घूम रहे हैं खुले केस डायरी से हुआ खुलासा
फतेहपुर। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के चांदपुर गांव में पिछले साल अप्रैल में हुई गैरइरादतन हत्या के मामले में केस डायरी के कुछ हिस्से सामने आने के बाद नया मोड़ आ गया है। केस डायरी के अनुसार, मंत्रीजी के 'दबाव' में एसओ ने बेकसूरों को जेल भेज दिया। यह मंत्रीजी, जेल राज्य मंत्री जय कुमार सिंह जैकी हैं। वहीं जेल राज्य मंत्री ने दावा किया कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है।
यह
है
मामला
फतेहपुर
जिले
के
चांदपुर
थाने
क्षेत्र
निवासी
रामदास
और
चंद्रपाल
के
बीच
दीवार
बनाने
को
लेकर
झगड़ा
हुआ
था।
9
अप्रैल
2017
को
मामले
को
निपटाने
के
लिए
गांव
में
पंचायत
बुलाई
गई।
इस
दौरान
दो
पक्षों
के
बीच
लाठी
डंडे
चले
गए।
जिसमें
महिपाल
नामक
युवक
को
चोट
आई
और
उपचार
के
दौरान
उसकी
मौत
हो
गई।
गैर
इरादतन
हत्या
के
इस
मामले
में
मंत्री
के
इशारे
पर
निर्दोषों
को
फंसा
दिया
गया।
विवेचक
की
जांच
में
हुई
खुलासा
मामले
का
खुलासा
तत्कालीन
विवेचक
राधेस्याम
राव
की
जांच
में
हुआ
है।
पुलिस
ने
अपनी
केस
डायरी
में
साफ
कर
दिया
कि
गैर
इरादतन
हत्या
के
इस
मामले
में
मुकदमा
वादी
रामदास
अपना
दल
का
नेता
है
और
जेल
मंत्री
जयकुमार
के
गांव
में
उसकी
सुसराल
है।
इस
कारण
मंत्रीजी
का
दबाव
बनवा
चंद्रपाल
और
उनके
बेटे
को
भी
जेल
भेजवाना
चाहते
हैं।
मंत्रीजी
के
दबाव
में
पहले
के
एसओ
साहब
ने
जेल
भेज
दिया
था।
आरोपी
की
भी
संदिग्ध
हालात
में
मौत
महिपाल
की
हत्या
में
आरोपित
चंद्रपाल
ने
सरकार
सहिता
आलाधिकारियों
को
पत्र
लिखकर
मामले
से
अवगत
करया
था
और
न्याय
की
गुहार
लगाई
थी।
जिसके
बाद
चंद्रपाल
को
जमानत
मिल
गई
थी।
जमानत
पर
बाहर
आए
चंद्रपाल
का
शव
14
जून
को
कानपुर
सेंट्रल
पर
पड़ा
मिला
था।
मौत
की
वजह
दिल
का
दौरा
बताई
गई।
वहीं,
चंद्रपाल
की
पत्नी
ऊषा
का
आरोप
है
कि
मंत्री
के
करीबी
रामदास
ने
जान
से
मारने
की
धमकी
दी
थी,
लेकिन
पुलिस
ने
ध्यान
नहीं
दिया।
चंद्रपाल
चित्रकूट
जाने
के
लिए
घर
से
निकले
थे।
उनकी
हत्या
करवाई
गई
है।