यूपी के अस्पताल में एडमिट होने के लिए खत्म हुई CMO की परमिशन, कोविड मरीज अब सीधे होंगे भर्ती
यूपी के अस्पताल में एडमिट होने के लिए खत्म हुई CMO की परमिशन, कोविड मरीज अब सीधे होंगे भर्ती
लखनऊ, अप्रैल 23: बढ़ते कोरोना संक्रमण और अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों को एडमिट होने में आ रही परेशानियों को लेकर योगी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। कोरोना मरीज अब बिना सीएमओ के रेफरल लेटर के भी अस्पताल में एडमिट हो सकता है। दरअसल, अभी तक कोरोना मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने के लिए सीएमओ के रेफरल लेटर की जरूरत होती थी, जिसे खत्म कर दिया गया है। आपको बता दें कि सीएमओ द्वारा रेफरल लेटर को समाप्त करने की मांग कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और लखनऊ के मोहनलालगंज से बीजेपी सांसद कौशल किशोर ने उठाई थी। जिसके बाद ये फैसला योगी सरकार ने लिया है।
प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को टीम-11 के साथ कोविड की स्थिति की समीक्षा की, जिसमें कई विषय पर भी चर्चा हुई। इस दौरान कोविड की समीक्षा करते हुए फैसला लिया गया कि कोविड मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने के लिए सीएमओ के रेफरल लेटर लेने की जरूरत नहीं होगी। सरकार ने सर्कुलर जारी किया है जिसके मुताबिक, अब उत्तर प्रदेश में निजी अस्पताल सीधे कोविड-19 मरीजों को एडमिट कर सकेंगे सिर्फ सरकारी अस्पताल या फिर मेडिकल कॉलेज में सीएमओ सिस्टम चलेगा। यानी निजी अस्पताल अब कोरोना मरीजों को सीधे भर्ती कर सकेंगे।
बता दें कि लखनऊ में चिंता जनक हालातों को देखते हुए मोहनलालगंज से बीजेपी सांसद कौशल किशोर ने सवाल उठाते हुए कहा है कि सीएमओ द्वारा मरीजों को रेफरल लेटर देना गलत है, क्योंकि इस प्रक्रिया से मरीजों को भर्ती होने मे देरी हो रही है। इस दौरान उन्होंने एक वीडियो ब्यान जारी करते हुए कहा, 'कोरोना वायरस की बीमारी से जूझ रहे मरीजों को पहले खुद को भर्ती कराने के लिए सीएमओं को बोलना पड़ता है, उसके बाद सीएमओ जब आदेश कंट्रोल रूम को देते हैं, उसके उपरांत कंट्रोल रूम को मरीजों का नाम पता नोट कराने के बावजूद भी कई दिन तक पत्र जारी नहीं किया जाता है। यह व्यवस्था पूरी तरीके से गलत है और इसे रद्द कर देना चाहिए।'
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी कोविड मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने के नियम को बदलने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था। पत्र में प्रियंका गांधी ने कोरोना संक्रमित मरीजों को एडमिट करने के लिए सीएमओ की अनुमति की आवश्यकता खत्म करने की मांग की है। प्रियंका गांधी ने कहा कि मरीजों के परिजनों के लिए ये व्यवस्था भयंकर परेशानी का सबब बन गई है।