शिवपाल को बरेलवी उलेमा मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने दी नसीहत, बोले- 'नहीं करना चाहिए था डिंपल का समर्थन'
शिवपाल को बरेलवी उलेमा मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने दी नसीहत, बोले- 'नहीं करना चाहिए था डिंपल का समर्थन'
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की बहू और अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) को टिकट दिया है। तो वहीं, अखिलेश से नाराज चल रहे चाचा शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) ने सपा उम्मीदवार और बहू डिंपल यादव को खुला समर्थन देने का ऐलान किया है। शिवपाल सिंह यादव ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि डिंपल को चुनाव जिताना है, उनके लिए तैयारी करो। डिंपल का समर्थन करने पर बरेलवी उलेमा मौलाना शहाबुद्दीन रजवी (Shahabuddin Razvi) ने उन्हें नसीहत दी है।
आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बरेलवी उलेमा मौलाना शहाबुद्दीन रजवी कहा, 'शिवपाल सिंह यादव उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता हैं। मुसलमान मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव को अपना हितौषी मानते हैं, लेकिन अखिलेश यादव को नहीं।' इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, शिवपाल यादव को सपा उम्मीदवार डिम्पल यादव का समर्थन नहीं करना चाहिए, क्योंकि सपा के लोगों ने शिवपाल यादव का बहुत अपमान किया है। मैनपुरी चुनाव इस अपमान का बदला लेने का सही वक्त है।
शहाबुद्दीन रजवी ने कहा, 'शिवपाल यादव ने यह बहुत बड़ी सियासी गलती की है, इस गलती का खामियाजा उन्हें आने वाले लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा।' उन्होंने कहा कि जब शिवपाल यादव अपने समर्थकों के लिए अखिलेश से लोकसभा के टिकट मांग रहे होंगे तो वह उनके उम्मीदवारों की लिस्ट को कूड़ेदान में डाल देंगे।' मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रजवी ने कहा कि यूपी का मुसलमान अखिलेश यादव के मुक़ाबले, शिवपाल सिंह यादव को ज्यादा पसंद करते है।
रजवी ने कहा कि पूर्व की सपा सरकार में मुसलमान अखिलेश यादव के घर जाने के बजाय शिवपाल यादव के घर जाया करते थे। वो मुसलमानों से बात करते, इज्जत व सम्मान देते और समस्या का समाधान भी करते थे। मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने शिवपाल यादव से अपील की है कि अगर वो इज्जत व सम्मान चाहतें हैं तो अपने तौर पर लिए गए फैसले पर पुनर्विचार करें, वरना बहुत सियासी नुकसान हो जाएगा।