पूर्व जिलाध्यक्ष वीरपाल यादव ने सपा से 21 साल पुराना नाता तोड़ा, लगाए यह आरोप
बरेली। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव के बीच चल रहे मनमुटाव का असर बरेली में भी दिखने लगा है। सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष वीरपाल सिंह यादव ने प्रेस कांफ्रेस करके पार्टी से अलग होने की घोषणा की। वीरपाल सिंह यादव को मुलायम सिंह यादव के बेहद करीब माना जाता है। वीरपाल सिंह यादव ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर पार्टी की सदस्यता छोड़ने के साथ पार्टी से भी इस्तीफा दे दिया है।
समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद और राज्य सभा सदस्य वीर पाल सिंह यादव ने अपने समर्थकों के साथ आज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेज दिया। अपने त्याग पत्र में उन्होंने लिखा है कि पार्टी अपनी मुख्य धारा से भटक गई है। पिछले 20 महीनों में समाजवादी पार्टी बीजेपी की साजिशों का विरोध नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा, मेरे खिलाफ उमरिया कांड में एफआईआर हुई और एक भी पार्टी के मेंबर ने मेरा सहयोग नहीं किया। मैं हक और न्याय की लड़ाई लड़ता रहूंगा। वीर पाल के साथ पार्टी छोड़ने वालों मे मलखान सिंह, डॉक्टर खालिद, राजकुमार यादव, किशन लाल यादव, बेचे लाल गंगवार, अशोक यादव,कंचन यादव,डॉक्टर रविन्द्र यादव और 3 प्रधान भी शामिल हैं।
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