यूपी: युवती करने लगी थी ममेरे भाई से प्यार, गुस्साए प्रेमी ने चाकू से गोद कर दी हत्या
इलाहाबाद। यूपी के इलाहाबाद में 31 मई को हुई कविता हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि कविता के अपने ममेरे भाई से प्रेम संबध हो गए थे, उसकी बेवफाई से गुस्साए प्रेमी ने कविता की चाकू से गोदकर हत्या की थी। पुलिस ने आरोपी को उकसाने के आरोप में मृतका के ममेरे भाई को भी गिरफ्तार कर लिया है।
घर से 100 मीटर दूर मिली थी लाश
सरायममरेज के शालू का पुरवा गांव निवासी कविता (20) पुत्री राम अभिलाख की खून से लथपथ लाश घर से 100 मीटर की दूरी 31 मई की रात मिली थी। पुलिस ने मौके से ही मृतका का मोबाइल फोन व खून से सना चाकू बरामद किया था। मृतका के भाई राकेश कुमार भारतीया की तहरीर पर पुलिस अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर जांच में जुटी थी। एसपी गंगापार सुनील कुमार सिंह ने बताया कि मृतका के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली गई तो कुछ अहम सुराग मिले। जांच पड़ताल के दौरान पता चला कि मृतका के प्रेम संबंध संदीप कुमार भारतीया पुत्र लल्लू राम निवासी ग्राम पतुलकी थाना बहरिया से थे। पुलिस ने उसे पकड़कर जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच्चाई कुबूल दी।
प्रेम संबंधों के बारे में चला था पता
पूछताछ में उसने बताया कि वह इन दिनों उतरांव के रनियाडीह में अपने ननिहाल में रहता था। वहां उसकी दोस्ती कविता के ममेरे भाई गोपीचंद्र भारतीया निवासी रनियाडीह से हुई। लेकिन बाद में पता चला कि कविता के गोपीचंद्र से भी प्रेम संबंध हो गए थे। कविता उससे अक्सर बात करती थी। उधर गोपीचंद्र भी उसे अक्सर कविता के साथ बिताए अपने पलों के बारे में बताता था। संदीप के मना करने के बाद भी जब कविता ने अपने प्रेम संबंध खत्म नहीं किए तो 31 मई की रात उसने घर से बुलाकर कविता की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी। पुलिस ने गोपीचंद्र भी गिरफ्तार कर लिया है।
तीन बार पहले भी पहुंचा था मारने
पुलिस की मानें तो संदीप ने पूछताछ के दौरान यह भी बताया है कि वह लंबे समय से कविता को गोपीचंद्र से बात करने के लिए मना कर रहा था। लेकिन वह नहीं मान रही थी। इसी खुन्नस में वह तीन बार पहले भी कविता को मारने पहुंचा था। संदीप ने बताया कि चाकू व रस्सी लेकर कविता के घर पहुंच गया और उस मारने का प्रयास किया लेकिन नहीं मार सका। आखिर कार 31 मई की रात संदीप ने कविता का गला रेत कर मौत की नींद सुला दिया।
खुद नहीं लगा सका फांसी
एसपी गंगापार सुनील सिंह ने बताया कि 31 मई की रात 11 बजे संदीप, कविता के घर पहुंचा और मिलने के लिए खेत में बुलाया। लेकिन, कविता कई घंटे नहीं आई और जब संदीप फोन लगाता तो फोन बिजी बता रहा था। रात ढाई बजे कविता संदीप से मिलने पहुंची तो संदीप भड़क गया। कुछ देर साथ रहने के बाद संदीप ने चाकू से कविता का गला रेता और बोला की वह भी फांसी लगा लेगा। संदीप ने पेड पर फांसी का फंदा लटकाया और उस पर चढ भी गया, लेकिन रस्सी टूटने के बाद वह वहां से भाग निकला। पुलिस ने मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली तो सारी कड़ियां जुड गयी। पुलिस ने हत्या के लिए उकसाने वाले गोपीचंद्र व संदीप को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।