VIDEO: सड़क को रौंदती कारों के ऊपर बैठे अपराधियों का हॉलीवुड स्टाइल में जश्न
इलाहाबाद। यूपी में अब जब अपराधी जेल से छूटेंगे तो उनका स्वागत कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा कर होगा। जश्न में सैकड़ों गाड़ियों का काफिला होगा और बंदूक से तड़तड़ाती गोलियों से आतिशबाजी होगी। फिर चाहे इससे कानून व्यवस्था तार-तार हो या लॉ एण्ड आर्डर का माखौल उड़े। लेकिन, अब यही अपराधियों के जेल से छूटने पर जश्न का नया ट्रेंड हैं। कम से कम यह ट्रेंड अब इलाहाबाद में चल निकला है। अतीक अहमद, माइकल के बाद अब इसी चलन को जेल से रिहा हुये इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र नेता रहे अभिषेक सिंह सोनू ने और आगे बढ़ाया है। जेल से छूटने के बाद जौनपुर से इलाहाबाद यूनिवर्सिटी तक सैकड़ों गाडियों वाला काफिला निकाला गया और लग्जरी कार पर बैठे समर्थक राइफल से गोलियां चलाते रहे
जौनपुर से इलाहाबाद तक काफिला
सोनू का जौनपुर से काफिला इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के सामने पहुंचा तो पहली नजर में कोई समझ ही नहीं सका कि आखिर हो क्या रहा है। अगले ही पल लग्जरी गाडियों के ऊपर बैठे कुछ लोग तड़ातड़ गोलियां चलाने लगे। गोलियों की तड़तड़ाहट से सड़क किनारे लोग सहम गये और तब नारेबाजी से पता चला कि जेल में बंद अभिषेक सिंह सोनू जेल से रिहा होकर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी पहुंचे हैं और शहर में अपनी धाक व वर्चस्व के लिये यह सारा भौकाल रचा गया है।
मुकदमों की लाइन
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की छात्र राजनीति को सीधे तौर पर प्रभावित करने वाले अभिषेक पर अकेले इलाहाबाद में दर्जन भर मुकदमे दर्ज हैं। अभिषेक के अब फिर से एक्टिव होने के बाद छात्रों के गुटों में होने वाली वर्चस्व की जंग का सफर एक बार फिर शुरू हो सकता है। क्योंकि अभिषेक से पहले छात्र नेता माइकल भी जेल से रिहा हो चुके हैं और ऐसे ही भौकाल से वह भी इलाहाबाद पहुंचे थे। दोनों की दुश्मनी का दंश आज न सिर्फ इलाहाबाद यूनिवर्सिटी को उठाना पड़ रहा है। बल्कि यूनिवर्सिटी की छात्र राजनीति में बढ़ते अपराधीकरण ने ही यूनिवर्सिटी को टॉप शिक्षण संस्थान की सूची से भी बाहर कर दिया है।
टाइगर इज बैक के नाम से शहर भर में लगाए गए पोस्टर
बता दे कि यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र नेता व हिस्ट्रीशीटर अभिषेक सिंह सोनू के जमानत पर छूटने पर उसके साथियों ने सैकड़ों गाड़ियों के साथ जुलूस निकाला। जौनपुर जेल से इलाहाबाद यूनिवर्सिटी तक जुलूस पहुंचा तो फूल मालाओं से लदे सोनू का भव्य स्वागत हुआ। समर्थकों ने हॉलैंड हॉल छात्रावास के सामने ताबड़तोड़ फायरिंग कर जश्न मनाया। सड़क पर नंगा नाच कर रहे लोगों को रोकने वाला कोई नहीं था और यह साफ नजर आया कि उत्तर प्रदेश में कानून का क्या हश्र हो रहा है। खासकर बीते कुछ समय से तो इलाहाबाद में बहुत खराब स्थिति है। वीडियो देखने बाद तो यह दृश्य ऐसा लग रहा है कि यह इलाहाबाद का नहीं सीरिया या इराक का दृश्य है, जहां कानून व्यवस्था है ही नहीं। फिलहाल पुलिस कप्तान नितिन तिवारी ने कहा कि बिना परमिशन के जुलूस निकालने पर रिपोर्ट दर्ज की गई है।
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