UP में लंपी वायरस को लेकर अभी जारी रहेगा अलर्ट, जानिए इसके फैलने की क्या है वजहें
लखनऊ, 30 अगस्त: उत्तर प्रदेश में जानवरों में फैलने वाला लंपी वायरस तेजी से फैलता जा रहा है। हालांकि मवेशियों में ढेलेदार त्वचा रोग या लंपी वायरस एक आम समस्या है, लेकिन इस साल वायरस ज्यादा खतरनाक हो गया है जिससे यह सुर्खियों में आ गया है। लंपी वायरस को लेकर यूपी सरकार भी पूरी तरह से अलर्ट है और सभी मंडलायुक्तों को निर्देश जारी किए गए हैं। विशेषज्ञों की माने तो उत्तर प्रदेश में, पिछले दो वर्षों में लंपी वायरस के औसतन लगभग 5,000-7,000 मामले सामने आए थे। लेकिन इस वर्ष अब तक 13,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं जिसके बाद सरकार भी पूरी तरह चौकस हो गई है।
यूपी के अधिकारियों का कहना है कि किसी भी बीमारी को अपना पूरा चक्र चलाना पड़ता है और इसलिए मामलों में और वृद्धि को देखते हुए पूरे राज्य में कम से कम एक महीने के लिए इस वायरस को लेकर हाई अलर्ट जारी रहेगा। जैसे जैसे मामलों में कमी आएगी वैसे वैसे इसकी समीक्षा की जाएगी और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
यूपी में 21 जिलों में फैला लंपी वायरस
पशुपालन विभाग के जैविक उत्पाद संस्थान के अतिरिक्त निदेशक डॉ शरद अग्रवाल ने बताया कि 29 अगस्त तक यूपी से कुल 13,113 मामले सामने आए थे। ये सभी मामले अब तक पश्चिम यूपी तक ही सीमित हैं। इस इलाके के 21 जिले प्रभावित हुए हैं। इस वायरस की वजह से यूपी में वर्तमान में पशुओं की मृत्यु दर 0.74% बनी हुई है।
वायरस फैलने की ये हैं असली वजह
उन्होंने कहा कि हम इस साल मामलों की संख्या में वृद्धि को दो कारकों को जिम्मेदार ठहरा सकते हैं। पहला कारक के तौर पर निश्चित रूप से मौसम का लगातार बदलना भी है। रुक-रुक कर होने वाली बारिश के बाद गर्मी और उमस की वजह से मक्खियों और मच्छरों को पनपने का मौका मिला है, जो वायरस फैलाने के लिए जिम्मेदार हैं। दूसरा कारक जिसने यूपी को प्रभावित किया है वह है राजस्थान, हरियाणा और पंजाब जैसे पड़ोसी राज्यों में मामलों में वृद्धि होना। अब तक यूपी वायरस के प्रसार को काफी हद तक नियंत्रित करने में कामयाब रहा है।
मवेशियों का हो रहा टीकाकरण
राज्य ने विशेष रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में मवेशियों के टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हालांकि, भले ही यह बीमारी वर्षों से प्रचलन में है लेकिन इसके लिए एक वैक्सीन को हाल ही में मंजूरी दी गई है। हालांकि इसका व्यावसायिक उत्पादन शुरू होना बाकी है।
यूपी में दूसरे राज्यों से मवेशियों के प्रवेश पर रोक
इस बीच, सरकार ने राज्य के सभी पशु मेलों को अगली सूचना तक के लिए स्थगित कर दिया है और सभी पड़ोसी राज्यों से मवेशियों के यूपी में प्रवेश पर भी रोक लगा दी है। मवेशियों की अंतर-राज्य आवाजाही को भी रोक दिया गया है ताकि वायरस के प्रसार को रोका जा सके। इस बीच अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी के मुताबिक लंपी वायरस को लेकर पहले ही मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को पत्र जारी किया जा चुका है। सरकार हर एहतियाती कदम उठा रही है।
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