अखिलेश को 'साइकिल' मिलने पर समर्थकों ने मनाया जश्न
अखिलेश यादव के समर्थक उनके घर पर भी बड़ी तादाद में जमा है। वहीं प्रदेश में कई जगह से आतिशबाजी और अखिलेश के पक्ष नारेबाजी की खबरें हैं।
लखनऊ। चुनाव आयोग के आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समाजवादी पार्टी का अध्यक्ष मानते हुए उनको पार्टी का चुनाव निशान साइकिल सौंप दिया। उनके पिता मुलायम भी साइकिल पर दावा कर रहे थे लेकिन आयोग ने अखिलेश के पक्ष को मजबूत मानी। इस फैसले के आने के बाद अखिलेश समर्थक पूरे प्रदेश में पार्टी कार्यालयों और सड़क-चौराहों पर जश्न मना रहे हैं। अखिलेश यादव के घर पर भी समर्थक जमा है। पूरे प्रदेश में कई जगह से आतिशबाजी और अखिलेश के पक्ष नारेबाजी की खबरें हैं।
आपको बता दें कि इस फैसले के बाद समाजवादी पार्टी में लंबे वक्त से जारी झगड़ा थम गया है। अखिलेश यादव अपने पिता मुलायम सिंह यादव पर भारी पड़े हैं। चुनाव आयोग ने पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह दोनों अखिलेश यादव को सौंप दिया है। अखिलेश यादव के लिए ये एक बड़ी कामयाबी है। मुलायम सिंह यादव भी पार्टी का चुनाव चिन्ह चाहते थे। इसीलिए उन्होंने चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया। लेकिन चुनाव आयोग ने अहम फैसला देते हुए पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह दोनों ही अखिलेश यादव को दे दिया है।
1 जनवरी को राष्ट्रीय सम्मेलन में अखिलेश यादव को एक धड़े ने पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया था। जिसके बाद मुलायन सिंह खफा हे गए थे। मामला इतना बढ़ गया कि लखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष के दो-दो नेमप्लेट देखने को मिली। समाजवादी पार्टी के कार्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर मुलायम सिंह यादव की नेम प्लेट पहले से ही लगी हुई थी, इस बीच अखिलेश यादव की नई नेम प्लेट भी सोमवार को पार्टी दफ्तर पर लगा दी गई। इस नेम प्लेट में अखिलेश यादव के नाम के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष लिखा हुआ है। आपको बता दें कि परिवर के सदस्यों में मुलायम गुट में उनकी पत्नी,पुत्र प्रतीक, भाई शिवपाल हैं। जबकि परिवार के बाकी सदस्यों में ज्यादातर अखिलेश की तरफ हैं।