Bandhavgarh Tiger Reserve : नहीं रुक रहा मौत का सिलसिला, 10 दिन में 4 तेंदुए मरे
बाघों के लिए प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में तेंदुए की मौत का सिलसिला लगातार जारी है। रिजर्व प्रबंधन के अनुसार, पिछले 10 दिनों में चार तेंदुए की जान जा चुकी है। गुरुवार को भी तेंदुए की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई।
Bandhavgarh Tiger Reserve : बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में तेंदुए की मौत का सिलसिला जारी है। 30 नवंबर को एक और तेंदुए की मौत हुई है। बीते 10 दिनों के भीतर 3 शावकों सहित 4 तेंदुओं की मौत हो चुकी है। वन परिक्षेत्र पनपथा बफर की बीट करोंदिया के कक्ष क्रमांक पीएफ-609 से लगे राजस्व इलाके की सीमा के पास गश्ती के दौरान कर्मचारी वनरक्षक बीट गार्ड करौंदिया ने 1 नर तेंदुआ शावक उम्र लगभग सात महीने को मृत अवस्था में देखा। इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। तेंदुए के गले एवं शरीर के अन्य जगह में बाघ के दातों के घाव थे।
डॉग स्क्वाड के साथ वन अमले द्वारा परिक्षेत्र पनपथा बफर परिक्षेत्र पतौर कोर मौका स्थल के चारों ओर 600 मीटर की दूरी तक सर्चिंग की गई। घटना स्थल के आस-पास एवं 100 मीटर की दूरी पर 1 ग्रामीण के खेत में बाघ के पगमार्क देखे गए।
अधिकारियों ने बताया
अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया, घटनास्थल निरीक्षण एवं शव का प्रथम दृष्टया जांच करने पर ये प्रतीत होता है कि, उपरोक्त नर तेंदुए को बाघ ने हमला किया है। शासन द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में अग्रिम कार्रवाई की जा रही है। ये पहला मौका है, जब पार्क के पनपथा बफर एवं कोर परिक्षेत्र में 10 दिन के भीतर 4 तेंदुओं की मौत हो चुकी है।
10 दिन में 4 तेंदुओं की मौत
आपको बता दें कि, इससे पहले 20 नवंबर को 2 शावकों की मौत हुई थी। इसके बाद 26 नवंबर को भी वयस्क मादा तेंदुए की मौत हुई और 30 नवंबर को 1 नर तेंदुए की मौत पनपथा इलाके में ही हुई है।