तैराकी प्रतियोगिता के बीच में बेहोश हुई स्विमर, पूल के अंदर गिरी, कोच ने बचाई जान
नई दिल्ली, 23 जून: खेल की दुनिया में एक हैरतअंगेज घटना हुई जब पेशेवर तैराक अनीता अल्वारेज विश्व चैंपियनशिप के दौरान पानी में बेहोश हो गईं और उन्हें उनके कोच द्वारा बचाया गया था।
25 वर्षीय तैराक बुडापेस्ट में महिलाओं के सोलो फ्री इवेंट के फाइनल में प्रतिस्पर्धा कर रही थी, लेकिन फिर वह बेहोश हो गई और पूल के नीचे गिर गई। किस्मत अच्छी थी कि कोच एंड्रिया फुएंटेस ने तुंरत प्रतिक्रिया देने का काम किया था और उसे सुरक्षित वापस खींचने के लिए गोता लगाया।
बेहोश होने का कोई कारण पता नहीं है
मेडिकल टीम के आते ही अल्वारेज को होश आया और उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया। माना जा रहा है कि अब वह ठीक हो रही हैं। लेकिन यह पहली बार नहीं है जब अमेरिकी तैराक किसी प्रतियोगिता के दौरान बेहोश हो गए हों। 2021 में बार्सिलोना में ओलंपिक क्वालीफाइंग इवेंट के दौरान भी फ्यूएंट्स ने ही उनकी मदद की।
उसके बेहोश होने का कोई कारण पता नहीं है, लेकिन जिस इवेंट में वे तैराकी करते हैं, उनको लंबे समय तक पानी के भीतर अपनी सांस रोकनी पड़ती है।
मैंने देखा कि वह सांस नहीं ले रही थी
कोच फ्यूएंट्स ने घटना के बाद कहा, "काफी डर का माहौल हो गया था। मुझे कूदना पड़ा क्योंकि लाइफगार्ड ऐसा नहीं कर रहे थे। मैं डर गया क्योंकि मैंने देखा कि वह सांस नहीं ले रही थी, लेकिन अब वह बहुत अच्छी है। अनीता बहुत अच्छी है।
"हम कभी-कभी भूल जाते हैं कि यह ऐसे खेलों में होता है। मैराथन, साइकिलिंग, क्रॉस कंट्री ... हम सभी ने ऐसी तस्वीरें देखी हैं, जहां कुछ एथलीट फिनिश लाइन तक नहीं पहुंच पाते हैं और अन्य, वहां पहुंचने में उनकी मदद करते हैं।
अनीता अब अच्छा महसूस कर रही है
"हमारा खेल दूसरों से अलग नहीं है, बस एक पूल में अपनी सीमाओं से आगे बढ़ते हैं। अनीता अब अच्छा महसूस कर रही है और डॉक्टर भी कहते हैं कि वह ठीक है। कल वह सारा दिन आराम करेगी और डॉक्टर से तय करेगी कि वह फ्री टीम फाइनल में तैर सकती है या नहीं। डॉक्टरों ने सभी जरूरी चीजों की जांच की और सब कुछ सामान्य है- हृदय गति, ऑक्सीजन, ब्लड शुगर, ब्लड प्रैशर, आदि ... सब ठीक है।"
बेहोशी के सामान्य कारणों में बहुत जल्दी खड़े होना, कम बीपी होना, भोजन या पानी की कमी और शराब और ड्रग्स जैसे पदार्थ शामिल हैं। लेकिन अगर नियमित रूप से बेहोशी बनी रहती है, तो डॉक्टर से इसकी जांच करवानी चाहिए।