'पता नहीं ब्रॉडकास्टर्स मानेंगे या नहीं..' ओस पर दिया अश्विन का सुझाव रोहित को पसंद आया या नहीं?
भारतीय परिस्थितियों में एक चीज जो क्रिकेट को सीमित करती है वह है मौसम। वैसे तो हर देश का अपना मौसम और क्रिकेट सीजन होता है। बस भारत में सही क्रिकेट सीजन कम ही समय के लिए आता है क्योंकि यहां पड़ने वाली भयंकर गर्मी के तहत कोई भी टीम तभी मैच खेलना चाहती है जब या तो सर्दियां चल रही हों या फिर ठंड के आसपास का सीजन हो। ऐसे में ओस शाम को पड़नी तय है और मैदान पर गीली घास फिर मैच को अपने हिसाब से कंट्रोल करती है। गेंदबाजी करने वाली टीम के लिए ओस मुसीबत बन जाती है और गीली गेंद को पोंछते-पोंछते गेंदबाज का पसीना निकल जाता है।
समस्या ये है द्विपक्षीय सीरीज में तो फिर भी ये सब झेल लिया जाता है लेकिन भारत में तो इस साल आने वाला वर्ल्ड कप भी अक्टूबल-नवंबर के महीने में है। ऐसे में भारत के कप्तान रोहित शर्मा मानते हैं कहा कि उन्हें क्रिकेट विश्व कप 2023 में डे-नाइट मैचों को सामान्य समय से पहले शुरू करने का विचार पसंद आया है। ऐसा हुआ तो शाम में अधिक देक तक मैच नहीं होंगे और ओस फैक्टर को नकारा जा सकेगा। लेकिन मैचों का टाइम तो कोई ओर ही तय करता है। ये कप्तान ने भी स्वीकार किया कि ब्रॉडकास्टर ही मैचों का समय तय करते हैं।
असल में भारत के सीनियर खिलाड़ी और विचारक टाइप के क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन ने अपनी यूट्यूब चैनल पर ये सुझाव दिया था और इसी पर रोहित शर्मा हैदराबाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला की पूर्व संध्या पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे। भारत में दिन-रात के मैच दोपहर 1:30 बजे शुरू होते हैं और मैच प्राइम टाइम में देखे जा सकते हैं ताकि मोटी रकम देकर प्रसारण अधिकार खरीदने वाली कंपनी कुछ मुनाफा कमा सकें। अब तो ये समय काफी पीछे कर दिया है क्योंकि कुछ साल पहले तक भारत में डे-नाइट वनडे मैच दोपहर 2:30 से शुरू होते थे।
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रोहित ने कहा, "यह एक अच्छा विचार है क्योंकि आप टॉस के मामले में बहुत अधिक समझौता नहीं करना चाहते हैं, यह विश्व कप है। मुझे मैच कराने का विचार पसंद है लेकिन मुझे नहीं पता कि यह संभव है या नहीं। ब्रॉडकास्टर तय करेंगे कि खेल किस समय शुरू होना चाहिए। लेकिन, वास्तव में आप नहीं चाहते खेल में टॉस का किसी को इतना फायदा मिले। मैं चाहता हूं कि अच्छी क्रिकेट खेले जहां बिना ओस के साथ रोशनी में बल्लेबाजी करने का फायदा मिले। ये चीजें हैं आपके नियंत्रण में नहीं हैं, लेकिन मुझे जल्दी शुरुआत का विचार पसंद है।"
वैसे ब्रॉडकास्टर्स पर दबाव नहीं डाल सकता जब तक कि वे खुद ही ओस के प्रभाव को कम करने का फैसला नहीं लेते। मैचों को टाइम से पहले कराने से दर्शकों की संख्या प्रभावित हो सकती है। बीसीसीआई के लिए क्रिकेट भले ही एक खेल हो लेकिन बोर्ड को मालामाल करने में अहम भूमिका निभाने वाले ब्रॉडकास्टर्स के लिए यह सिर्फ बिजनेस का मामला है जिसमें मुनाफा कमाने का उनको पूरा हक है।
वैसे अश्विन चाहते थे मैच 11 बजकर 30 मिनट पर शुरू हों यानी अब के सामान्य समय से तीन घंटे पहले ताकि ओस की भूमिका ना पड़े और फैंस भी इससे कम नहीं होंगे क्योंकि ये वर्ल्ड कप है जिसको वे प्राथमिकता देंगे।
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खैर वर्ल्ड कप का तो पता नहीं, लेकिन भारत बुधवार, 18 जनवरी को दोपहर 1:30 बजे से ही हैदराबाद में 3 मैचों की वनडे सीरीज के पहले मैच में न्यूजीलैंड से भिड़ेगा।