हवा को चीरती रफ्तार, उड़ रहे हैं हमारे खुद के बल्लेबाज, उमरान की स्पीड बनी गावस्कर की टेंशन
नई दिल्ली, 20 मई: उमरान मलिक इंडियन प्रीमियर लीग के बेस्ट फास्ट बॉलर में से एक के तौर पर उभरकर सामने आए हैं। वे भारत के सबसे तेज गेंदबाज भी हैं। उमरान मलिक के दम पर सनराइजर्स हैदराबाद ने एक समय विपक्षी टीमों पर जमकर राज किया और वे प्लेऑफ की रेस में बहुत आगे निकल गए थे लेकिन इस टीम की परफॉर्मेंस निरंतरता में इतनी कमी रही कि उनके पास एक बार फिर प्ले ऑफ टिकट नहीं था। तेज गेंदबाजों में प्रभावित करने वाले बाकी लोग भी हैं जिनमें लखनऊ सुपरजाइंट्स के मोहसिन खान का नाम भी लिया जा सकता है। यह खिलाड़ी बाएं हाथ से तेज गेंदबाजी करता है और प्रभावित करने में कामयाब रहा है।
युवा भारतीय बल्लेबाजों की कलई खुल गई
राजस्थान रॉयल्स के कुलदीप सिंह के पास भी गति है लेकिन वह अभी उतनी निरंतरता के साथ प्रभावित नहीं कर पा रहे हैं पर उन्होंने भविष्य के मजबूत संकेत जरूर दिए हैं। इसके अलावा गुजरात टाइटंस के पास यश दयाल नाम का एक गेंदबाज है जो आने वाले समय में भारतीय तेज गेंदबाजी के लिए उम्मीद जगाता है। यह आईपीएल भारत के संभावनाशील तेज गेंदबाजों के नाम रहा है जिनमें मलिक सबसे तेज और सबसे अच्छे दिखाई देते हैं। भारत के बल्लेबाज सुनील गावस्कर इस बात से खुश है कि उमरान मलिक जैसे गेंदबाज भारतीय क्रिकेट में उभर रहे हैं लेकिन उनको इस बात की चिंता भी है कि तेज गेंदबाजों का सामना करते हुए बहुत से युवा भारतीय बल्लेबाजों की कलई खुल गई है।
कोहली ने 90 मिनट प्रैक्टिस की, बैटिंग में पुराना रंग जमाया, अब रोहित के लिए ताली बजाने को तैयार
उमरान गति और सटीकता के मेल के चलते औरों से अलग
सनराइजर्स हैदराबाद और मुंबई इंडियंस के बीच हुए मुकाबले के बाद गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा था, गति यानी स्पीड एक ऐसी चीज है जिसको हम हमेशा से सराहते हैं, जिसकी हमने हमेशा तारीफ की है। लेकिन उमरान के पास इतनी तेज गति के बावजूद जो सटीकता है वह उनको बाकी गेंदबाजों की तुलना में अलग खड़ा करती है। हां वे 150 किलोमीटर प्लस के दायरे में गेंदबाजी करते हैं लेकिन आम तौर पर उनकी गति 145 किलोमीटर प्रति घंटा रहती है। इसके अलावा दो-तीन गेंदबाजों में आप कुलदीप सेन, मोहसिन खान का नाम ले सकते हैं। लेकिन ये उतने सटीक नहीं है। जब आप सटीक होते हैं तो आप बल्लेबाजों को कोई मौका नहीं देते।
यह थोड़ी चिंता की बात तो है ही'
उमरान मलिक बहुत ही तेज हैं और आपको नहीं पता कि उनके खिलाफ क्या करना है। देखा जाए तो यह थोड़ी चिंता की बात भी है कि इन तूफानी गेंदबाज ने कैसा प्रदर्शन करके दिखाया है। मोहसिन खान, कुलदीप सेन और यश दयाल ने भी जिस तरह का प्रदर्शन करके दिखाया है यह थोड़ी चिंता की बात है क्योंकि यह सभी लड़के 140 प्लस किलोमीटर प्रति घंटा से गेंद फेंकते हैं और उन्होंने कई युवा भारतीय बल्लेबाजों की खामियों को उजागर कर दिया है। भारतीय क्रिकेट के नजरिए से यह थोड़ी चिंता की बात तो है ही।
नए लड़कों के बल्ले पर गेंद की गति भारी
गावस्कर कहते हैं जो लड़के सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में इतने अच्छे दिखाई दे रहे थे। वे बाकी घरेलू टी-20 टूर्नामेंट में इतने बढ़िया दिखाई दे रहे थे पर उनकी कलई आईपीएल ने खोल कर दी है। यह लोग आईपीएल से पहले अभी तक जिन टूर्नामेंट के लिए खेले, वे केवल नेशनल खिलाड़ियों का ही होता था लेकिन आप आईपीएल में अंतरराष्ट्रीय गेंदबाजों का सामना करते हैं।
अब सीनियरों की जगह भरने के लिए बहुत मेहनत करने पड़ेगी
गावस्कर ने कहा, "कई खिलाड़ी गेंद को बस उड़ाने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि उनको नहीं पता इतनी गेंद गति का सामना कैसे किया जाए। वे इस तरह की क्वालिटी बॉलिंग नहीं खेल रहे थे। अचानक उनके सामने ऐसी बॉलिंग पड़ गई और उनको नहीं पता इसका सामना कैसे करना है क्योंकि उनको फ्रंट फुट की जगह पर बैक फुट पर आना पड़ता है और ऐसा आप हर बार नहीं कर पाते। आप हर दफा अपने शरीर का भार ट्रांसफर नहीं कर पाते। तो उमरान को देखकर जितना मजा आता है उतनी ही चिंता युवा घरेलू बल्लेबाजों के लिए होती है। हम कहते रहते कि सीनियरों के जाने के बाद ये युवा टीम में उनकी जगह भर देंगे लेकिन अभी उनको सीनियरों की जगह भरने के लिए बहुत मेहनत करने की जरूरत है।"