फौजी भाई-बहन को आर्मी स्टाफ अवार्ड, राजस्थान में सर्वाधिक 15 बड़े अफसर भी इसी मुस्लिम परिवार ने दिए
झुंझुनूं, 17 अगस्त। राजस्थान के झुंझुनूं जिले के नूआं कस्बे में 'अफसरों की खान' वाले कायमखानी मुस्लिम परिवार ने फिर कमाल कर दिखाया है। अब इस परिवार के फौजी भाई-बहन को आर्मी स्टाफ कमेंडेशन अवार्ड मिला है। भारतीय सेना में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए 15 अगस्त 2022 के मौके पर नई दिल्ली में ब्रिगेडियर शाकिब हुसैन को चीफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन अवार्ड व इनकी सगी बहन लेफ्टिनेंट कर्नल इशरत अहमद को वाइस आर्मी स्टाफ कमेंडेशन अवार्ड प्रदान किया गया है।
15 अफसर दिए इस परिवार में
ब्रिगेडियर शाकिब हुसैन व लेफ्टिनेंट कर्नल इशरत अहमद नूआं के सब्दल खाँ के घर से ताल्लुक रखते हैं। इनका परिवार राजस्थान में सर्वाधिक बड़े अफसर देने वाले परिवारों में से एक है। अंदाजा इस बात से लगा लो कि इनके दो बेटों के परिवार में बेटा, बेटी, भानजे व दामाद को मिलाकर 15 अफसर हैं, प्रशासनिक सेवा व भारतीय सेना में अधिकारी हैं।
पिता की राह पर चले भाई बहन
वन इंडिया हिंदी से बातचीत में खान भारतीय लेखा एवं लेखापरीक्षा विभाग में वरिष्ठ लेखापरीक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत रहे शफीक अहमद बताते हैं कि ब्रिगेडियर शाकिब हुसैन व लेफ्टिनेंट कर्नल इशरत अहमद उनके बड़े भाई जकी अहमद खान के बेटा-बेटी हैं। भाई भी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल पद से रिटायर हुए हैं। उनका इंतकाल हो चुका है।
ढाई दशक से दे रहे सेवाएं
बता दें कि ब्रिगेडियर शाकिब हुसैन दिल्ली और लेफ्टिनेंट कर्नल इशरत अहमद जम्मू कश्मीर में पोस्टेड हैं। भारतीय सेना में शाकिब में 28 साल और इशरत 21 साल से सेवाएं दे रही हैं। इन दोनों सगे भाई-बहनों को लेफ्टिनेंट पद पर भारतीय सेना में कमिशन मिला था। संभवतया यह पहला मौका है कि जब सगे भाई-बहन को एक साथ यह अवार्ड प्रदान किया गया है।
पूरे राजस्थान के लिए गर्व की बात
उल्लेखनीय है कि इस बार 396 अधिकारियों व जवानों को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन अवार्ड दिया गया जबकि 408 अधिकारियों व जवानों को वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेंशन अवार्ड मिला है। एक साथ भाई-बहन का आर्मी का अवार्ड मिलना नूआं कस्बा ही नहीं बल्कि पूरे राजस्थान के लिए गर्व की बात है।
इस परिवार से निकले अफसर
1. लियाकत खान, आईपीएस
लियाकत खान का साल 1972 में आरपीएस के रूप में चयन हुआ। पदोन्नति पाकर आईपीएस बने और आईजी के पद से रिटायर हुए। ये वक्फ बोर्ड के चेयरमैन भी रहे। साल 2020 में इनका इंतकाल हो गया।
2. अशफाक हुसैन, आईएएस
पूर्व आईपीएस लियाकत खान के छोटे भाई अशफाक हुसैन का चयन साल 1983 में बतौर आरएएस हुआ। 2016 में इन्हें आईएएस के रूप में पदोन्नति मिली। ये शिक्षा विभाग में विशेष शासन सचिव, दौसा जिला कलेक्टर व दरगाह नाजिम भी रहे हैं। 2018 में रिटायर हो गए।
3. जाकिर खान, आईएएस
जाकिर खान भी बड़े भाई लियाकत खान व अशफाक हुसैन की राह पर चले और 2018 में सीधे आईएएस बने। वर्तमान में जिला श्रीगंगानगर में कलेक्टर हैं।
4. शाहीन खान, आरएएस
लियाकत खान के बेटे शाहीन खान सीनियर आरएएस अधिकारी हैं। वर्तमान में सीएमओ में पोस्टेड हैं। इससे पहले अशोक गहलोत के ओएसडी भी रह चुके हैं।
5. मोनिका, डीआईजी जेल
शाहीन खान की पत्नी मोनिका भी अफसर हैं। इनका चयन जेल अधीक्षक के रूप में हुआ था। वर्तमान में मोनिका डीआईजी जेल जयपुर के पद पर कार्यरत हैं।
6. शाकिब खान, ब्रिगेडियर, भारतीय सेना
लियाकत खान के भतीजे शाकिब खान इंडियन आर्मी में बिग्रेडियर हैं। इन्हें ही 15 अगस्त 2022 को चीफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन अवार्ड मिला है।
7. सलीम खान, आरएएस
लियाकत खान के भानजे सलीम खान सीनियर आरएएस अधिकारी हैं। ये उप शासन सचिव शिक्षा के पद पर जयपुर में कार्यरत हैं।
8. शना खान, आरएएस
सीनियर आरएएस अधिकारी सलीम खान की पत्नी शना खान भी आरएएस अधिकारी हैं। ये राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान जयपुर में पदस्थापित हैं।
9. फराह खान, आईआरएस
फराह खान अपने पिता के नक्शे कदम पर चलीं और उनसे भी एक कदम आगे निकल गईं। इनको साल 2016 में आल इंडिया स्तर पर 267वीं रैंक मिली थी। तब इन्हें राजस्थान से आईएएस बनने वाली दूसरी मुस्लिम महिला होने का गौरव भी प्राप्त हुआ। वर्तमान में फराह जोधपुर में पोस्टेड हैं।
10. कमर उल जमान चौधरी, आईएएस
आईएएस अधिकारी फराह खान के पति कमर उल जमान चौधरी भी राजस्थान कैडर के आईएएस है। ये मूलरूप से जम्मू कश्मीर के रहने वाले हैं।
11. जावेद खान, आरएएस
आरएएस अधिकारी सलीम खान के बहनोई जावेद खान भी आरएएस हैं। ये जयपुर में मंत्री सालेह मोहम्मद के पीएस के रूप में सेवाएं दे रहे हैं।
12. इशरत खान, कर्नल, भारतीय सेना
भारतीय सेना में ब्रिगेडियर शाबिक की बहन इशरत खान कर्नल हैं। 17 साल पहले इन्हें भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर कमिशन मिला था। फिर पदोन्नति पाकर कर्नल बन गईं।
13. कर्नल जकी अहमद खान
कर्नल जकी अहमद खान इस परिवार में सर्वप्रथम आफिसर बने। 1972 में इनका चयन लेफ्टिनेन्ट के पद पर हुआ। आपने कर्नल के पद तक भारतीय सेना में अपनी सेवा दी।
14. शफीक अहमद खान
शफीक अहमद खान भारतीय लेखा एवं लेखापरीक्षा विभाग में वरिष्ठ लेखापरीक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत रहे हैं। ये वरिष्ठ लेखापरीक्षा अधिकारी, शासन सचिवालय, राजस्थान के पद से 2016 में रिटायर्ड हुए हैं।
15. कायनात खान
इस मुस्लिम परिवार से 15वां अफसर बनने का गौरव बेटी कायनात खान को मिला है। कायनात खान का जयपुर स्थित राजस्थान सचिवालय में विधि रचनाकार के पद पर चयन हुआ। कायनात खान की साल 2008 में झुंझुनूं जिले के ही गांव भीमसर निवासी डॉ. इमरान खान के साथ शादी हुई।
इस मुस्लिम परिवार ने दिया 15वां अफसर, अब बेटी कायनात खान ने शादी के 13 साल बाद रचा इतिहास