पाक की कैद में पति, 33 साल से फोटो सामने रख करवाचौथ का व्रत रखती है पत्नी
1983 में पाक रेजंर्स ने बना लिया था बंदी।
राजस्थान। 1983 में भागु सिंग राजस्थान में भारत-पाक बॉर्डर पर अपने पशुओं को चरा रहे थे। वो अचानक गायब हो गए। परिवार का कहना है कि वो गलती से उस पार चले गए और पाकिस्तानी सेना ने बंधक बना लिया।
पंजाब के सरबजीत के गलती से बॉर्डर पार कर जाने और 23 साल तक पाक की कैद में रहने के बाद कत्ल की कहानी को बहुत से लोगों को रुलाती है। इस पर फिल्म भी बन चुकी है। लक्ष्मी और भागु की कहानी भी कुछ ऐसी ही है।
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सुहागनों के लिए बेहद खास करवाचौथ के व्रत की हाल ही में खूब चहल-पहल रही। सभी सुहागनों की तरह लक्ष्मी कंवर ने भी करवा चौथ का व्रत रखा, थाली सजाई और फिर चांद निकलने पर व्रत खोला भी।
लक्ष्मी के सामने उनके पति नहीं बल्कि उनकी तस्वीर थी। फ्रेम में जड़ी हुए एक ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर जिसे उन्होंने 33 साल से संभाल कर रखा है।
1983 में सीमापार चले गए थे भागु सिंह
33 साल से लगातार लक्ष्मी करवा चौथ का व्रत भी रखती हैं और सिंदूर भी लगाती हैं। 66 साल की हो चुकी लक्ष्मी को उम्मीद है कि उनके पति एक दिन जरूर लौट आएंगे।
राजस्थान के बाड़मेर जिले के भागु सिंह और लक्ष्मी की शादीशुदी जिंदगी आराम से चल रही थी। खुद और तीन बच्चों के साथ परिवार में सब ठीक चल रहा था।
ये 1983 की बात है जब भारत-पाक बॉर्डर पर बने अपने फार्म में भागु सिंह बकरियों को चरा रहे थे। वो गायब हो गए, परिवार ने माना कि गलती से सीमापार करने की वजह से वो पाकिस्तान की कैद में हैं।
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मुझे उम्मीद है, वो जरूर वापस आएंगे
भागु की पत्नी लक्ष्मी ने कई कोशिशें की, कई बार अधिकारियों के पास गईं लेकिन पति की कोई खबर ना मिली। आज 33 साल बाद जवान हो चुके उनके बेटे भी कई बार अधिकारियों और भारत सरकार को लिख चुके कि उनके पिता का पता किया जाए।
जब भी पाकिस्तान से भारत के कैदियों के संबंध कोई खबर आती है तो इस परिवार की उम्मीदें बढ़ जाती हैं। उन्हें लगता है कि शायद उनके पिता का भी नाम हो।
डेक्कन हेराल्ड की खबर के मुताबिक, लक्ष्मी का कहना है कि मैंने अपने पति के लौट आने के लिए लगातार प्रार्थनाएं की हैं। वो कहती हैं कि तीनों बच्चों को मैंने अकेले पाल लिया लेकिन उनकी कमी हमेशा खलती रही। वो कहती हैं कि एक दिन मेरे पति जरूर लौट आएंगे।
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