VIDEO : क्या सीकर में कोरोना से मौत के 22 दिन बाद कब्र में जिंदा हो गया मोहम्मद शरीफ? जानिए हकीकत
सीकर, 2 जून। कोरोना वायरस की चपेट में आकर मोहम्मद शरीफ इस जहां से रुखसत हो गए। अब क्या सुपुर्द ए खाक करने के बाद उनकी सांसें लौट आई? क्या वे कब्र में जिंदा हैं? क्या उनको बाहर निकालकर देखना चाहिए? इन तमाम सवालों के लोगों को कब्रिस्तान खींच लाए। पुलिस भी पहुंच गई। सबको यहां आने के बाद हकीकत पता चली।
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नौ मई को हुई मोहम्मद शरीफ की मौत
पूरा मामला राजस्थान के सीकर शहर के न्यू रोशनगंज के मोहल्ला व्यापारियान का है। यहां के मोहम्मद शरीफ का नौ मई को कोरोना वायरस की वजह से मौत हो गई थी। उनके शव को सीकर की नूर मस्जिद स्थित कब्रिस्तान में दफना दिया गया था।
सीकर में कब्र से मुर्दा बोलने का दावा
मंगलवार को मोहल्ले में किसी ने दावा किया कि मोहम्मद शरीफ कब्र में जिंदा है। कब्र से बोल भी रहा है। उसके सपने में आकर भी बोल रहा है कि वह कब्र में जिंदा है। उसे बाहर निकालो।
सीकर के व्यापारियान मोहल्ले के लोग कब्रिस्तान पहुंचे
यह बात पूरे व्यापारियान मोहल्ले में आग की तरह फैल गई। बड़ी संख्या में लोग नूर मस्जिद के पास स्थित कब्रिस्तान में पहुंच गए। लोगों के साथ शरीफ के बेटे रउफ और आदिल भी पहुंच गए।
सीकर कोतवाली पुलिस भी कब्रिस्तान पहुंची
लोग कब्र खोदकर दफन शव बाहर निकालने को आमादा थे। शरीफ के बेटे लोगों से समझाइश करते रहे कि उनके पिता की कब्र को नुकसान नहीं पहुंचाएं। इस बीच सूचना पाकर सीकर कोतवाली थाना पुलिस की नॉर्थ चौकी से पुलिसकर्मी भी कब्रिस्तान पहुंच गए।
अफवाह निकाला मुर्दा के जिंदा होने का मामला
एएसआई हिदायत खां ने बताया कि जांच में पूरा मामला फर्जी निकला है। किसी ने अफवाह फैलाई थी। उसकी तलाश की जा रही है। लोगों को समझाइश करके कब्रिस्तान से बाहर निकाल दिया। किसी को भी कब्र से छेड़छाड़ नहीं करने दी गई है।
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