छत्तीसगढ़ में दिखने लगा लॉकडाउन का असर, 15 फीसदी हुआ पॉजिटिविटी रेट लेकिन नहीं थम रहा मौत का सिलसिला
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में अब गिरावट नजर आने लगी है। वहीं प्रदेश की रिकवरी रेट भी बढ़ने लगी है। बीते मंगलवार को प्रदेश भर में 12 हजार 440 लोग ठीक हुए, जिसमें से 459 लोगों को प्रदेश के अलग-अलग अस्पतालों से छुट्टी दी गई। बाकी लोग होम आइसोलेशन में थे, उन्हें भी डिस्चार्ज घोषित किया गया। इसके साथ ही प्रदेश में अब तक ठीक हुए लोगों की संख्या 7 लाख 40 हजार 283 हो गई है। बीते मंगलवार को प्रदेश में कोरोना के 63 हजार 811 लोगों के सैंपल की जांच की गई, जिसमें 9 हजार 717 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके हिसाब से प्रदेश में पॉजिटिविटी दर 15% रही है।
यानी कि प्रत्येक 100 टेस्ट में 15 लोग ही कोरोना संक्रमित पाए गए। बता दें कि 10 दिन पहले तक यह दर 30% तक थी। एक दिन पहले सोमवार को सरकार ने कोरोना के 64 हजार से अधिक नमूनों की जांच की थी। यह अब तक एक दिन में हुई सर्वाधिक कोरोना जांच का रिकाॅर्ड है।
वहीं कोरोना के मामले कम होने पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि लॉकडाउन लगने के बाद सकारात्मक प्रभाव दिखने लगा है। कोरोना के केस कम हो रहे हैं। रायपुर और दुर्ग में जहां सबसे ज्यादा केस आ रहे थे, वहां संक्रमण की रफ्तार थम सी गई है। बिलासपुर और सरगुजा संभाग में अभी भी 20-25% पॉजिटिविटी दर है। यह चिंता का विषय है। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री ने 17 मई से लॉकडाउन हटाए जाने के संकेत भी दिए हैं। टीएस सिंहदेव ने कहा, लॉकडाउन हटने के बाद नागरिक अगर यह मानकर चले कि कोरोना चला गया तो यह बहुत बड़ी भूल होगी।
मौतों की संख्या फिर बढ़ी
हालांकि चिता का विषय यह है कि भले ही कोरोना के मामले कम हो रहे हैं लेकिन कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या कम नहीं हो रहे हैं। बता दें कि सोमवार रात से मंगलवार रात 8 बजे तक 199 मरीजों की मौत रिकार्ड की गई। सोमवार रात को यह आंकड़ा 172 था। वहीं रविवार को 189 लोगों की मौत हुई थी। कोरोना की वजह से अब तक प्रदेश के 10 हजार 941 लोगों की जान जा चुकी है।
वहीं स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि इस बीच उन्होंने 11 लाख 42 हजार 358 लोगों को कोरोना के प्राथमिक इलाज की दवाओं का किट उपलब्ध कराया है। इस किट में आइवरमेक्टिन, डॉक्सीसाइक्लिन, पैरासिटामॉल, विटामिन-सी और जिंक की टैबलेट थीं।