पंजाब: 20 सालों से पटियाला में रहा है कैप्टन का क़ब्ज़ा, क्या इस बार अमरिंदर सिंह बचा पाएंगे अपना क़िला ?
पंजाब विधानसभा चुनाव में कैटन अमरिंदर सिंह की वजह से पटियाला अर्बन हॉट सीटों में शुमार की जा रही है।
चंडीगढ़,
2
फरवरी
2022।
पंजाब
विधानसभा
चुनाव
में
कैटन
अमरिंदर
सिंह
की
वजह
से
पटियाला
अर्बन
हॉट
सीटों
में
शुमार
की
जा
रही
है।
पटियाला
कांग्रेस
का
गढ़
माना
जाता
है
लेकिन
इस
बार
सियासी
समीकरण
बदल
चुके
हैं।
कांग्रेस
में
मचे
सियासी
घमासान
के
बाद
कैप्टन
अमरिंदर
सिंह
ने
कांग्रेस
से
इस्तीफ़ा
देकर
अपनी
सियासी
पार्टी
पंजाब
लोक
कांग्रेस
बना
ली।
चूंकि
पटियाला
में
कैप्टन
अमरिंदर
सिंह
की
पकड़
अच्छी
है।
कैप्टन
अमरिंदर
सिंह
उस
वक़्त
कांग्रेस
में
हुआ
करते
थे
इसलिए
पटियाला
को
कांग्रेस
का
गढ़
कहा
जाता
था।
इस
बार
कैप्टन
अमरिंदर
सिंह
पटियाला
अर्बन
से
अपनी
पार्टी
पंजाब
लोक
कांग्रेस
से
सियासी
मैदान
में
हैं।
इस
वजह
से
यहां
दिलचस्प
मुकाबला
देखने
को
मिल
सकता
है।
सियासी
गलियारों
में
यह
चर्चा
ज़ोरों
पर
है
कि
कैप्टन
के
पार्टी
छोड़ने
के
बाद
क्या
कांग्रेस
अपनी
शाख
बचा
पाएगी,
या
फिर
कैप्टन
अपना
परचम
बुलंद
करेंगे।
20 सालों से रहा है कैप्टन का क़ब्ज़ा
पटियाला के सियासी इतिहास की बात की जाए तो कैप्टन अमरिंदर सिंह 2002 से 2014 तक पटियाला सीट से विधायक रहे हैं। 2014 में लोकसभा चुनाव में भाजपा के अरुण जेटली को अमृतसर से हराने के बाद उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफ़ा दिया था। वहीं 2014 में उन्होंने अपनी पत्नि प्रिनीत कौर को पटियाला से उपचुनाव लड़ाया था और उन्होंने (प्रिनीत कौर) ने जीत भी हासिल की थी। 2014 से 2017 तक वह पटियाला से विधायक रही थीं। उसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर फिर से कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दांव आज़माते हुए जीत हासिल की। कांग्रेस को बहुमत मिली और कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री बने। इस तरह से देखा जाए तो पिछले 20 सालों से पटियाला सीट पर कैप्टन अमरिंदर सिंह का क़ब्ज़ा रहा है।
कैप्टन की पत्नी हैं यहां से सांसद
2019 के लोकसभा चुनाव में कैप्टन अमरिंदर सिंह पत्नी प्रीनीत कौर यहां से कांग्रेस की टिकट पर सांसद चुनी गईं थीं। शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार सुरजीत सिंह रखड़ा को उन्होंने 1 लाख 62 हज़ार 718 वोटों से हराया था। सियासी जानकारों का मानना है कि कैप्टन की पत्नी की वजह से उन्हें (कैप्टन) सियासी फ़ायदा पहुंच सकता है क्योंकि प्रीनीत कौर यहां से सांसद हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव में पटियाला सीट से पंजाब लोक कांग्रेस की टिकट पर कैप्टन अमरिंदर सिंह चुनावी मैदान में हैं। वहीं आम आदमी पार्टी की टिकट पर अजीतपाल सिंह कोहली चुनावी ताल ठोक रहे हैं। इसके साथ ही शिरोमणि अकाली दल की तरफ़ से हरपाल जुनेजा को उम्मीदवार बनाया गया है। इसके साथ ही कांग्रेस ने पूर्व मेयर विष्णु शर्मा को इस सीट चुनावी मैदान में उतारा है।
पंजाब का पांचवां सबसे बड़ा जिला है पटियाला
पटियाला पंजाब का पांचवां सबसे बड़ा जिला है और यहां की निर्वाचन क्षेत्र संख्या 115 है। इस सीट पर मतदाताओं की तादाद 1 लाख 40 हज़ार 314 है, जिसमें पुरुष मतादाताओं की तादा 73 हज़ार 852 और 66 हज़ार 462 महिला मतदाताओं की तादाद है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अपनी सियासी पार्टी बनाकर भाजपा के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरे हैं। उन्होंने पटियाला अर्बन सीट चुनावी बिगुल तो फूंक दिया है लेकिन इस बार वह कांग्रेस के साथ नहीं हैं और कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता उनके खिलाफ हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है कि कैप्टन का यहां दबदबा रहा है लेकिन उस वक्त कांग्रेस के साथ जुड़े होने का भी उन्हें फ़ायदा मिल जाता था। लेकिन किसान आंदोलन की वजह से इस बार सियासी समीकरण बदले हुए नज़र आ रहे हैं। भाजपा के विरोधी लहर भी है, वही कैप्टन भाजपा के साथ गठबंधन कर सियासी समर में हैं। दूसरी ओर किसान नेता चुनावी मैदान में हैं। यही वजह है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपने गढ़ में जीत दर्ज करना चुनौती साबित हो सकती है।
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