मूर्ति विसर्जन के दौरान पटना में हुई हिंसक झड़प, 30 मिनट तक चले बम और गोलियां
पटना। मां सरस्वती पूजा के बाद रानीघाट पर हो रहे मूर्ति विर्सजन को लेकर दो गुटों में हिंसक झड़प के बाद जमकर उपद्रव हुआ। इस दौरान करीब आधे घंटे तक दर्जनों राउंड गोलियां और बम चले। इससे अशोक राजपथ पर लालबाग के पास भगदड़ मच गई। वहीं, सूचना पर पहुंची पुलिस पर भी असामाजिक तत्वों ने फायरिंग व बम फेंक, जिसमें एक दारोगा और एक सिपाही जख्मी हो गए हैं। घटना की जानकारी मिलते ही काफी संख्या में पुलिस बल पहुंच गए हैं। इलाके में तनाव हो गया है।
मां सरस्वती प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा
जानकारी के मुताबिक, पटना विश्वविद्यालय के मिंटो, नूतन और जैक्सन हॉस्टल के लड़के शुक्रवार की शाम मां सरस्वती की प्रतिमा विसर्जन करने के लिए जुलूस की शक्ल में निकले थे। जैसे ही वे विश्वविद्यालय कैंपस से बाहर निकलकर थोड़ा आगे बढ़े ही थे कि लालबाग मोहल्ले के शरारती तत्वों ने बमबारी और पथराव शुरू कर दिया। जवाब में हॉस्टल के लड़कों ने भी फायरिंग की। इस बीच सैदपुर हॉस्टल के लड़के भी जुलूस लेकर पहुंच गए। सभी लड़के एकजुट होकर स्थानीय लोगों पर टूट पड़े।
दरोगा और सिपाही हुए घायल
दोनों ओर से जमकर बमबारी और फायरिंग होने लगी। इस दौरान विसर्जन जुलूस के साथ जा रहे पीरबहोर थाने के दरोगा मनोज कुमार के पास एक धमाका हो गया। बम के छर्रे उनके पैर में लग गए। पथराव में सिपाही का सिर फट गया। इस दौरान उपद्रवियों ने दर्जनों वाहनों में तोडफ़ोड़ करने के साथ दो कारों को आग के हवाले कर दिया। वहीं, बवाल शांत कराने पहुंची पुलिस को भी उपद्रवियों ने खदेड़ दिया। इसके बाद एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और लाठियां भांजने लगे। भारी संख्या में पुलिस बल को देखकर उपद्रवियों में भगदड़ मच गई।
क्या कहा डीएम ने
हालांकि, तनाव की स्थिति देर रात तक थी। पुलिस व प्रशासनिक पदाधिकारी इलाके में कैंप कर रहे हैं। वहीं, जिलाधिकारी के.रवि ने बताया कि, 'इलाके में पथराव की घटनाएं हुईं। हम स्थिति की निगरानी कर रहे हैं, यह अब नियंत्रण में है। आरोपी की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाएगी।'
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