तो क्या बिहार से नहीं गुजरेगी 'गंगा जल' की धारा?
पटना (मुकुन्द सिंह)। हर साल छठ पर्व पर गंगा नदी के तट पर लाखों श्रद्धालु हर साल पूजन-अर्चना करते हैं। लेकिन एक गंगा ऐसी है, जिसकी धारा बाकी सभी राज्यों तक पहुंच सकती है, बस बिहार में नहीं। यह धारा है जय गंगा जल मूवी की, जो जिसकी रिलीज राजनीतिक उठापटक के बीच फंस गई है।
प्रकाश झा के द्वारा निर्मित फिल्म जय गंगा जल को लेकर लगातार हो रहे बाद विवाद रुकने का नाम नही ले रहा है। पटना हाईकोर्ट ने फिल्म के निर्माता-निर्देशक से केस कि सुनवाई के दौरान पूछा कि फिल्म जय गंगा जल से निगेटिव रोल हटाने में आपको क्या दिक्कत है? यह फिल्म चार मार्च को रिलीज होने वाली थी, लेकिन फिलहाल इसकी रिलीजिंग डेट नहीं आयी। आदालत का मानना है कि फिल्म के माधयम से किसी व्यक्ति को प्रभावित करने का अधिकार किसी को नहीं है।
आपको बताते चलें कि बिहार के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचित विधायक नितिन नवीन और पटना के वार्ड पार्षद निरज कुमार पप्पू ने फिल्म जय गंगा जल के खिलाफ न्यायाधीश अहसानुद्दीन अमानुल्लाह के कोर्ट में याचिका दायर कि थी, जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि फिल्म मे बांकीपुर और लखीसराय के विधायक का निगेटिव रोल दिखाया गया है।
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इन दोनों विधानसभा का केवल उल्लेख ही नही किया गया है, बल्कि फिल्म के खलनायक ने ये भी बताया है कि वह बांकेपुर विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक भी रह चुका है, जिससे विधायक के व्यक्तित्व को ठेस पहुंची है। केस की सुनवाई के दौरान जब अपर सॉलिसिटर जनरल संजय ने जब अपना पक्ष रखना शुरु किया, तो फिल्म कार के वकिल ने इसका विरोध करते हुए कहा कि फिल्म सेंसर बोर्ड से पास हो कर आई है।
इस तरह के बढ़ते विवाद को देखते हुए यह लग रहा है कि फिल्म जय गंगा जल राजनीतिक और कानूनी जाल में फंसकर रह जायेगी। निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा जहां फिल्म से निगेटिव रोल हटाने को तैयार नहीं हैं, वहीं बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक नितिन नवीन भी फिल्म को रिलीज नहीं होने के लिए हर प्रकार के दम लगा रहें हैं।