Bihar: कहीं नीतीश ना छूट जाएं, इसलिए सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को दीं गईं निजी सुविधाएं!
कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी। इससे पहले कैबिनेट ने मुख्यमंत्री का पद छोडऩे से पांच साल तक ही यह सुविधा देने का प्रावधान किया था। इस लिहाज से इसका लाभ सिर्फ नीतीश कुमार को ही मिलता। क्योंकि, पिछले आठ वर्ष से नीतीश ही मुख्यमंत्री थे।
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इस पर विवाद होने पर नीतीश ने सुविधा लेने से इनकार कर दिया था। इसी के मद्देनजर मांझी सरकार ने नया उपाय तलाशा और सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को उम्र भर के लिए निजी स्टाफ मुहैया कराने का फैसला कर दिया जिससे जदयू के खेमे में भी मुस्कराहट तैर गई।
हालांकि राजनैतिक जानकार इसे लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार की करीबी के तौर पर भी देख रहे हैं। जब से जदयू और राजद ने राज्यसभा चुनाव में उलटफेर किया है, तभी से जीतन मांझी के फैसलों में दोनों की रजामंदी अप्रत्यक्ष तौर पर शामिल होती जा रही है।