पाकिस्तान के खिलाफ अमेरिका ने बदले अपने सुर, अब कहा नजर आ रहा है बर्ताव में बदलाव
तंकवाद पर अमेरिका ने पाकिस्तान के लिए अपने रुख में थोड़ी नरमी दिखाई है और कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अब उसके रुख में परिवर्तन आया है। अमेरिकी रक्षा सचिव जिम मटीस की ओर से जो बयान आया है उससे तो यही लगता है कि अमेरिका ने पाक पर अपने सुर बदलने की कोशिश की है।
वॉशिंगटन। आतंकवाद पर अमेरिका ने पाकिस्तान के लिए अपने रुख में थोड़ी नरमी दिखाई है और कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अब उसके रुख में परिवर्तन आया है। अमेरिकी रक्षा सचिव जिम मटीस की ओर से जो बयान आया है उससे तो यही लगता है कि अमेरिका ने पाक पर अपने सुर बदलने की कोशिश की है। मटीस की मानें तो पाकिस्तान की सेना की ओर से आतंकवाद के खिलाफ जो ऑपरेशंस चलाए जा रहे हैं उनसे अमेरिका को मदद मिल रही है। मटीस के मुताबिक जब से साउथ एशिया को लेकर अमेरिका ने अपनी नीति का ऐलान किया है तब से ही पाकिस्तान के बर्ताव में बदलाव देखने को मिला है। मटीस ने यह बात उस समय कही जब वह अफगानिस्तान जा रहे थे और उनके साथ मौजूद मीडिया उनसे पाकिस्तान को लेकर सवाल पूछ रहा था।
फतवे ने भी किया है योगदान
मटीस ने मीडिया को बताया कि कुछ और मुद्दे हैं जैसे फतवा और इन मुद्दों ने सही दिशा में काम किया है। आपको बता दें कि पाकिस्तान सरकार ने इस वर्ष जनवरी में 1800 इस्लामिक विद्वानों की ओर से साइन एक फतवा जारी किया था। यह फतवा हिंसा के प्रयोग के खिलाफ था जिसमें धार्मिक स्थानों पर होने वाले आत्मघाती हमले भी शामिल थे। ये विद्वान पाकिस्तान के अलग-अलग स्कूलों से जुड़े थे। मटीस के मुताबिक पाकिस्तान के रवैये में बर्ताव के बाद भी वह बॉर्डर इश्यू और इंटेलीजेंस जैसे मुद्दों से जुड़े लोगों से बात करना चाहेंगे और उनसे यहां की स्थिति पर राय लेना चाहेंगे। मटीस ने कहा कि वह अफगानिस्तान जाकर लोगों से बात करना चाहेंगे और फिर अमेरिका जाकर इंटेलीजेंस एजेंसी से बात करेंगे।
एक दिन के दौर पर अफगानिस्तान गए थे मटीस
मटीस के मुताबिक कई चीजें हैं जो हो रही हैं और जिस पर लोगों से बात करना काफी जरूरी है। मटीस अचानक ही एक दिन के दौरे पर अफगानिस्तान पहुंचे थे। मटीस पिछले वर्ष दिसंबर में पहली बार पाकिस्तान के दौरे पर गए थे। यहां पर उन्होंने पाकिस्तान के नागरिक और मिलिट्री लीडर्स से अपील की है कि वे पड़ोसी देश अफगानिस्तान में आतंकियों के सफाए के लिए और प्रभावी कदम उठाए।
पहले क्या कहा था अमेरिका ने
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्हाइट हाउस में 100 दिन पूरे होने पर पाकिस्तान की ओर से दक्षिण एशिया रणनीति का ऐलान किया था। इस रणनीति में पाकिस्तान के खिलाफ अमेरिका के सख्त रुख को देखा गया था। विशेषज्ञों के मुताबिक इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि जो मुद्दे अमेरिका ने उठाए हैं, उस दिशा में कैसे प्रगति होगी।
आतंकियों खिलाफ कार्रवाई की थी अपील
मटीस ने कहा था कि पाक को उसकी सरजमीं से अपनी आतंकी गतिविधियों का संचालन करने वाले आतंकियों का मुकाबला करने में अपने प्रयासों को दोगुना करना होगा। उस समय अधिकारियों की ओर से कहा गया था कि अमेरिका ने पाकिस्तान को दो-टूक कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उसके प्रयासों में तेजी नजर साफ नजर आनी चाहिए।