पाक ने कहा- हम नहीं पड़े अलग थलग, हमारे साथ हैं कई देश
नई दिल्ली। पाकिस्तान ने दावा किया है कि वो हर तरीके के आतंकवाद को जड़ से खत्म के लिए प्रतिबद्ध है। इतना ही नहीं पाकिस्तान ने कहा हैकि वो कूटनीतिक रूप से कहीं भी अलग-थलग नहीं पड़ा है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विशिष्ट प्रतिनिधि मुशाहिद हुसैन ने वाशिंगटन में अमेरिकी थिंक टैंक की ओर से आयोजित कराए गए एक कार्यक्रम में कहा कि आतंकवाद के खिलाफ चलाया जा रहा अभियान व्यापक होना चाहिए, यह स्पष्ट है।
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मुशाहिद हुसैन कश्मीर पर विशेष राजदूत है।
कुछ आतंकी अभी भी हैं
मुशाहिद ने कहा कि पाकिस्तान ने देश के अंदर सबसे कठिन और सफल अभियान अंतर्देशीय आतंकियों के खिलाफ छेड़ रखा है। हालांकि उन्होंने यह माना कि अभी भी कुछ आतंकी देश के भीतर हैं।
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मुशाहिद ने कहा कि आतंक के बारे में दो राय नहीं है। हम अपने देश के अंदर आतंक के खिलाफ सबसे बड़ा युद्ध लड़ रहे हैं। इस देश के अंदर निश्चित आम सहमित है और हम आतंकवाद के खिलाफ हैं। हमें बाकी बचे हुए लोगों के खिलाफ भी कार्यवाही करनी होगी।
उन्होंने कहा कि हम यह बात मानते हैं कि पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए आतंकवाद और अतिवाद खतरा है। इस पर आम सहमति है।
हालांकि मुशाहिद ने यह इनकार किया कि पाकिस्तान वैश्वविक पटल पर अलग-थलग पड़ता जा रहा है।
चीन-रूस-ईरान हमारे साथ
उन्होंने कहा कि अभी इस वक्त पाकिस्तान अलग-थलग नहीं है।
मुशाहिद ने कहा कि चीन, रूस,ईरान, तुर्की, पाक के साथ है। उन्होंने कहा कि हाल ही में रूस ने पाक सेना के साथ पहला संयुक्त साझा अभ्यास किया और नाटो पाकिस्तानी स्टैंड को समर्थन करता है।
वहीं कश्मीर पर दूसरे विशेष दूत शाजरा मंसाब ने कहा कि पाकिस्तान की जनता उग्रवाद, आतंकवाद के खिलाफ है।
उन्होंने कहा कि हमे यहा महसूस हो रहा कि हमारे त्याग को अमेरिका सहित अन्य देशों द्वारा माना नहीं जा रहा है। जितना आतंकवाद के खिलाफ हमने कदम उठाए हैं, उतना किसी और देश ने नहीं किया।
अलग-थलग पड़ने का डर नहीं
शाजरा ने कहा कि हम उग्रवाद के खिलाफ हैं लेकिन हमें अलग-थलग पड़ने का डर नहीं है। उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत-पाक मुद्दों को सुलझाने के लिए तीन बिन्दु सुझाए हैं।
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जिसमें पहला है कि बैक चैनल शुरू किया जाए, साथ ही कश्मीर में विश्वास बहाली के उपायों पर बात हो तथा पाकिस्तान में दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) की बैठक लिए भारत पाक पीएम नवाज शरीफ को सम्मति प्रदान करें।
उन्होंने कहा कि 2017 का साल फैसलों और शांति का होगा।