आजादी के मौके पर भी बाज नहीं आया पाक, राष्ट्रपति ने दी भारत को धमकी
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में शुक्रवार को आजादी का 69वां जश्न मनाया गया। इस मौके को भी पाक ने भारत को धमकी देने के तौर पर ही प्रयोग किया। इस बार पाक राष्ट्रपति ने भारत को धमकाया है और इसे एक खतरे के तौर पर बताया।
भारत को बताया खतरा
इस्लामाबाद के कनवेंशन सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में पाक राष्ट्रपति ममनून हुसैन, प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, सेना प्रमुख राहील शरीफ के साथ ही पाक नेशनल असेंबली के स्पीकर एजाज सादिक और पाक डिफेंस मिनिस्टर ख्वाजा आसिफ मौजूद थे।
पाक ब्यूरोक्रेट्स और आर्म्ड फोर्स ऑफिसर्स को संबोधित करते हुए ममनून हुसैन ने कहा कि पाक अपने देश में होने वाले किसी भी तरह के दखल को बर्दाश्त नहीं करेगा। भले ही हुसैन ने भारत का नाम नहीं लिया लेकिन विशेषज्ञ इसे भारत से जोड़कर देख रहे हैं। ममनून हुसैन का इशारा बलूचिस्तान की ओर था।
पाक हमेशा से दुनिया को यह संदेश देता आया है कि इस क्षेत्र में भारत की गतिविधियों की वजह से आतंकवाद पनप रहा है। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी देश ने पाक की एकता और इसकी अखंडता को खतरे में डालने की कोशिश की तो फिर बर्दाश्त नहीं होगा।
राष्ट्रपति हुसैन ने पिछली कुछ घटनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सीमा पार से कुछ तत्व देश को नुकसान पहुंचाने की साजिश रच रहे हैं। हालांकि राष्ट्रपति ने अपने बयान में पाक के घरेलू हालातों को भी जंग की तरह ही बताया है।
बासित ने छेड़ा कश्मीर का राग
अगर इस्लामाबाद में भारत की ओर इशारा करके धमकी दी जा रही थी तो वहीं भारत की राजधानी दिल्ली में भी हालात कुछ इसी तरह के थे। यहां पर पाक उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने एक बार फिर इस मौके का प्रयोग कर कश्मीर का राग अलापा।
बासित के मुताबिक पाक हमेशा से ही भारत के साथ बेहतर रिश्तों की उम्मीद रखता आया है। उन्होंने कश्मीर को एक बार फिर से एक अहम मुद्दा बताया। बासित के मुताबिक पाक हमेशा कश्मीर और कश्मीर के लोगों के लिए आवाज उठाता रहेगा।
बासित की मानें तो पाक की लड़ाई कश्मीरियों को उनका हक दिलाने तक जारी रहेगी। जो लोग कश्मीर की आजादी की जंग लड़ रहे हैं उनके पक्ष में पाक हमेशा खड़ा रहेगा।