Brinda Thounaojam Manipur : कौन हैं ASP थौनाओजामी बृंदा जो लड़ेंगीं मणिपुर विधानसभा चुनाव
इम्फाल, 18 अक्टूबर। मणिपुर विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर एक नाम अभी से चर्चा में आ गया है। यह नाम है बृंदा थौनाओजम। ये मणिपुर पुलिस की तेज तर्रार और बेहद खूबसूरत महिला अधिकारी हैं, जो वर्तमान में एएसपी के रूप में सेवाएं दे रही हैं।
एएसपी बृंदा थौनाओजम ( Thounaojam Brinda )
एएसपी बृंदा थौनाओजम ने रविवार को ऐलान किया है कि वे मणिपुर 12वीं विधानसभा के लिए अगले साल होने वाले चुनावों में भाग्य आजमाएंगी। उन्होने निर्वाचन क्षेत्र और पार्टी लेकर अभी खुलासा नहीं किया।
Manipur Assembly Election में थौनाओजम याइसकुल से होंगी प्रत्याशी
राजनीति के जानकारों की मानें तो वे इम्फाल के याइसकुल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट पर प्रत्याशी बन सकती हैं। मणिपुर में भाजपा नीत गठबंधन की मौजूदा सरकार का कार्यकाल 16 मार्च 2022 को समाप्त हो रहा है।
राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण नहीं कर सकीं काम
द हिंदू की एक खबर के अनुसार मीडिया से बातचीत में एएसपी बृंदा थौनाओजम ने कहा कि 'राजनीतिक हस्तक्षेप' के कारण वे अपने कर्तव्य का ठीक से निर्वहन नहीं कर सकी थीं। उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के मेहौबम लम्पक में पत्रकारों और अपने कुछ समर्थकों से मिलने की योजना बनाई थी। लेकिन सरकार ने उन्हें अनुमति देने से इनकार कर दिया था।
TH brinda पिछले महीने आई थीं दिल्ली
पिछले महीने एएसपी बृंदा थौनाओजम ने दिल्ली दौरा किया था। तब राजनीतिक के जानकार अटकल लगा रहे हैं कि इम्फाल पश्चिम जिले के यास्कुल निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ सकती हैं। इसी क्षेत्र से कैबिनेट मंत्री भाजपा विधायक टी. सत्यव्रत आते हैं।
याइस्कुल के लोगों का निर्णय अंतिम होगा
रविवार को थौनाओजम ने कहा कि कुछ नेशनल पार्टियों ने उन्हें अपने टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए आमंत्रित किया है, मगर निर्वाचन क्षेत्र याइस्कुल के लोगों का निर्णय अंतिम होगा।
ज़ू को ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया
बता दें कि एएसपी थौनाओजम उस समय सुर्खियों में आई थीं, जब उन्होंने कुछ महीने पहले चंदेल जिले के स्वायत्त जिला परिषद के अध्यक्ष लौखोशी ज़ू को उनके इम्फाल स्थित आवास से भारी मात्रा में ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया था। ड्रग्स के खिलाफ जंग की घोषणा करने वाले मुख्यमंत्री एन. बीरेन ने उन्हें गिरफ्तारी के लिए प्रशस्ति पत्र दिया था।
ज़ू को जमानत पर रिहा कर दिया था
हालांकि बाद में ज़ू को जमानत पर रिहा कर दिया गया। जब यह साबित हो गया कि जब्त की गई दवाएं उसके युवा ड्राइवर सहित दो युवाओं की थीं। थौनाओजम प्रशस्ति पत्र लौटाने मुख्यमंत्री के पास गईं। उसने कथित तौर पर बीरेन को बताया कि चूंकि ज़ू ने कहा कि वह निर्दोष है, इसलिए वह प्रमाणपत्र के लायक नहीं थी।
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