सरकारी अफसरों के कश लगाने पर लगी पाबंदी, पकड़े जाने पर जाएगी नौकरी
नयी दिल्ली। दिल्ली में काम कर रहे सरकारी अधिकारियों के लिए बुरी खबर हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार ने उनके लिए ऐसा फरमान जारी किया है जिससे उनकी नौकरी जाने का खतरा बना हुआ है। रिसर्च में नया खुलासा, मासिक धर्म भी है धूम्रपान के बढ़ने का कारण
आम आदमी पार्टी की सरकार में स्मोकिंग करने और तंबाकू उत्पादों का इस्तेमाल करने वाले अधिकारियों की नौकरी पर खतरा मंडराने लगा हैं। सरकार के फरमान के मुताबिक अगर कोई सरकारी अफसर अपने दफ्तर में स्मोकिंग या तंबाकू उत्पाद का इस्तेमाल करते पकड़े जाते हैं तो उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है।
'ज्यादा घंटे काम करने वाले पी रहे हैं हद से ज्यादा सिगरेट'
इस फरमान का पहला निशाना दिल्ली डायलॉग कमीशन के पूर्व सदस्य सचिव आशीष जोशी बने हैं। आप सरकार ने उनपर दफ्तर में स्मोकिंग का आरोपी पाते हुए उनकी नौकरी पर तलवार लटका दी है। उन्हें अपने पद से सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही उनकी अगली पोस्टिंग अधर में लटक गई है।
खेतान ने लगाए आरोप
डीडीसी के वाइस चेयरमैन आशीष खेतान ने सीएम केजरीवाल को खत लिखकर इस मामले से अवगत कराते हुए कहा है कि कई मौकों पर जोशी ऑफिस के अंदर सिगार पीते हुए और तंबाकू खाते हुए देखे गए हैं। उन्होंने कहा कि लगातार मना करने के बावजूद जोशी ने ऑफिस में तंबाकू का सेवन बंद नहीं किया।
'गुटका खाता हूं, बीयर भी पीता हूं'
वहीं अपने उपर लगे आरोपों पर सफाई देते हुए जोशी ने कहा कि वह गुटखा खाते हैं और बियर के साथ कभी-कभी सस्ते सिगार भी पी लेते हैं, लेकिन उन्होंने ऑफिस के अंदर ऐसा कभी नहीं किया। उन्होंने इसे अपने खिलाफ रची गई साजिस बताया और कहा कि सरकार उनपर बेबुनियाद आरोप लगा रही है।