माफी मांगने का तो सवाल ही नहीं हैः नितिन गडकरी
मुंबई। महाराष्ट्र चुनाव के लिए एक रैली में लोगों को संबोधित करने के दौरान नितिन गडकरी ने कहा था कि लक्ष्मी आए तो उसे मना करना। लेकिन इस पर नितिन गडकरी ने माफी मांगने से भी मना कर दिया है। गडकरी ने एनडीटीवी पर अपने एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि इसमें माफी मांगने का तो कोई सवाल ही नहीं है। गौरतलब है कि हाल ही इसी बयान पर चुनाव आयोग ने गडकरी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
उन्होेंने कहा कि मेरा बयान तोड़ मरोड़ कर दिखाया गया है। पूरा बयान दिखाइए। मेने कुछ गलत नहीं कहा है तो मैं माफी क्यों मांगू। उन्होंने कहा कि मेने इससे आगे कहा था कि यह वोट आपका भविष्य बनाएगा।
गडकरी ने इस दौरान महाराष्ट्र में सत्ता पर रही एनसीपी-कांग्रेस सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस सरकार के दौरान हजारों लाखों का कर्ज हो गया है। वहीं सिंचाई के लिए इतने लाखों रुपए सेंक्शन हुए लेकिन सिंचाई एक बूंद भी नहीं हुई।
अपना एजेंडा बताते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि भाजपा का एजेंडा है कि वह वह महाराष्ट्र कोे फिर से मजबूत करे। वहां पर निवेश लाए। पिछले कुछ सालों में महाराष्ट्र में निवेश नहीं हुआ है। जिससे विकास प्रभावित हुआ है।
वहीं शिवसेना के साथ गठबंधन टूटने के सवाल पर कहा कि गठबंधन टूटा है लेकिन बाला साहेब होते तो गठबंधन नहीं टूटता। क्योंकि बाला साहेब ने कभी गठबंधन में सीएम पद को लेकर कभी नाम आगे नहीं बढ़ाया।