महाराष्ट्र: सत्तारूढ़ शिवसेना में बगावत की आहट, MLC चुनाव के बाद शिंदे समेत कई MLA पहुंच से बाहर
मुंबई। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना में बगावत की आहट सुनाई दे रही है। दरअसल,शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे, 10-12 विधायकों के साथ, सोमवार के विधान परिषद चुनावों के बाद से 'पहुंच से बाहर' हो गए, जिससे पार्टी के भीतर विद्रोह की अफवाहें फैल रही हैं। यह घटनाक्रम शिवसेना के कुछ विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग के आरोपों के बीच सामने आया है।
सियासत के जानकारों की मानें तो महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे और शिवसेना के कुछ विधायक सोमवार को एमएलसी चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से संपर्क में नहीं हैं। इसने राज्य सरकार के भीतर विद्रोह की अटकलों को हवा दे दी है। इस पर अब अन्य दलों के नेता भी टिप्पणी कर रहे हैं। आज इस मामले पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नारायण राणे का बयान आया। नारायण ने कहा कि, "ऐसी चीजों पर कोई टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए, अन्यथा 'अनरीचबल' का क्या मतलब है।"
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चर्चा हैं कि, शिवसेना के विधायक शिंदे के साथ सूरत के किसी होटल में ठहरे हैं और अभी उनका अपनी पार्टी के नेतृत्व से संपर्क नहीं है। इससे पहले महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में भाजपा ने 5 सीटें जीतीं, वहीं शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को दो-दो सीटें मिलीं। भाजपा ने पांच उम्मीदवार उतारे थे, जबकि एमवीए ने 10 एमएलसी सीटों के लिए 6 उम्मीदवार उतारे थे।
संख्या कम होने के बावजूद भाजपा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने में सफल रही। इस बीच आज यह खबर आ गई है कि, महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे पार्टी नेतृत्व की "पहुंच से दूर" हो गए हैं। इसे शिवसेना में बगावत की तरह देखा जा रहा है।