महाराष्ट्र: BJP ने सीएम उद्धव ठाकरे के नार्को टेस्ट और राहुल-पवार के लिए की ये बड़ी मांग
मुंबई: मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और महाराष्ट्र में होमगार्ड के नए डीजी आईपीएस परबीर सिंह के राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख की ओर से एंटीलिए केस और मनसुख हिरेन हत्याकांड के आरोपी पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को 100 करोड़ रुपये महीने की वसूली का टारगेट देने के मामले में राज्य की राजनीति में भूचाल आया हुआ है। भाजपा ने अब इस मामले में राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है और पूछा है कि इस उगाही के रैकेट में उन सबकी हिस्तेदारी कितनी थी? पार्टी ने इस मामले में गृहमंत्री अनिल देशमुख और मुख्यमंत्री ठाकरे दोनों के नार्को टेस्ट कराने की मांग की है और साथ ही सरकार से भी इस्तीफे की मांग की है।

सीएम ठाकरे और गृहमंत्री देशमुख का नार्को टेस्ट हो-बीजेपी
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के चौंकाने वाले खुलासे को लेकर रविवार को बीजेपी महाराष्ट्र में जोरदार विरोध प्रदर्शन कर रही है और राज्य सरकार से इस्तीफे की मांग कर रही है। इस मामले में बीजेपी के प्रवक्ता राम कदम ने मुख्यमंत्री की भी जांच कराने की मांग कर दी है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा है, "वाजे मामले में राज्य के मुखिया के तौर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री तथा गृहमंत्री स्वयं का नार्को टेस्ट कराते हुए तुरंत इस्तीफा दें।" उन्होंने कहा है कि "जिनके नाक के नीचे और आंखों के सामने इतना घिनौना भ्रष्टाचार हुआ है, उन्हें सत्ता में और पद पर रहने का अधिकार कतई नहीं है। आजाद भारत के इतिहास में इससे पहले इतना बड़ा घिनौना भ्रष्टाचार कभी नहीं हुआ।"

राहुल-पवार बताएं, वसूली के पैसों में क्या हिस्सेदारी थी-बीजेपी
परमबीर सिंह के कबूलनामे के बाद बीजेपी महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार को बख्शने के मूड में जरा भी नहीं है। पार्टी ने इस मामले कांग्रेस और एनसीपी नेतृत्व को भी जवाबदेह ठहरा दिया है और तत्काल यह जवाब मांगा है कि इस वसूली में उन सबकी क्या हिस्सेदारी थी? कदम ने कहा है, "राहुल गांधी, शरद पवार जी और शिवसेना दल इन तीनों को जवाब देना होगा.....कि ये जो वसूली के पैसे आ रहे थे, इन पैसों में सबकी हिस्सेदारी क्या थी?" उन्होंने कहा कि जब तक महाराष्ट्र सरकार इस्तीफा नहीं देती, राज्य की जनता तीव्र आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा कि सीएम और गृहमंत्री को अपने दामन की सच्चाई सिद्ध करने के लिए नार्को टेस्ट कराना होगा। उन्होंने इस मामले को पालघर में साधुओं की मॉब लिंचिंग से जोड़ा है, जिन्हें उनके आरोपों के मुताबिक अभी तक न्याय नहीं मिला है। वो बोले कि "यह ईश्वरीय दंड है। यह साधु-संतों का श्राप है। ईश्वरीय न्याय से कोई बच नहीं सकता।"

1,500 करोड़ रुपये की उगाही का हिसाब चाहिए- किरीट सोमैया
उधर महाराष्ट्र में भाजपा के एक और बड़े नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने उद्धव सरकार से कहा है कि उसे उगाही के पैसों का हिसाब देना पड़ेगा। उन्होंने एक वीडियो के जरिए कहा है- "सचिन वाजे की वसूली गैंग महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख के लिए हर महीने 100 करोड़ रुपये कलेक्ट करती थी....ठाकरे सरकार को 15 महीने हुए तो उद्धव ठाकरे साहब.... 1500 करोड़ रुपये के कलेक्शन के भ्रष्टाचार का हिसाब देना पड़ेगा। और हिसाब में सचिन वाजे है, एसीपी संजय पाटिल, पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह, अनिल देशमुख और उद्धव ठाकरे जी के मुख्यमंत्री कार्यालय के मंत्री की भी जांच करनी चाहिए। " उधर केंद्र सरकार की ओर से कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी 100 करोड़ रुपये हर महीने की उगाही का टारगेट फिक्स करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से फौरन नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग कर दी है।