महाराष्ट्र के मंत्री अनिल परब के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी, मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है मामला
मुंबई, 26 मई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महाराष्ट्र के एक और मंत्री पर शिकंजा कसा है, जहां गुरुवार सुबह परिवहन मंत्री और शिवसेना नेता अनिल परब के ठिकानों पर छापे मारे गए। बाद में मंत्री से पूछताछ भी हुई। ईडी की ये कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े केस में हुई है। वहीं कार्रवाई के दौरान जांच एजेंसी को क्या-क्या चीजें मिलीं, इसके बारे में अभी आधिकारिक रूप से कुछ पता नहीं चल पाया है।

जानकारी के मुताबिक ईडी द्वारा रत्नागिरी जिले के तटीय दापोली क्षेत्र में एक भूमि सौदे में कथित अनियमितता और अन्य आरोपों के सिलसिले में छापेमारी की जा रही है। हाल ही में एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की आपराधिक धाराओं के तहत एक नया मामला दर्ज किया था, उसी के सबूत जुटाने के लिए ये छापेमारी हो रही। हालांकि शिवसेना ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है।
क्या है आरोप?
आरोप है कि मंत्री ने दापोली में एक करोड़ रुपये की जमीन 2017 में खरीदी थी, जबकि इसे 2019 में पंजीकृत करवाया गया। 2020 में जमीन को मुंबई के एक केबल ऑपरेटर सदानंद कदम को 1.10 करोड़ रुपये में बेच दिया गया। इस मामले की शिकायत बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने की थी। उनका आरोप है कि अनिल परब ने दापोली तहसील में पड़ने वाले मुरुड गांव में एक शानदार रिसॉर्ट बनवाया है। ये रिसॉर्ट खेती की जमीन पर बना है और इसमें 10 करोड़ रुपये खर्च हुए। सोमैया का आरोप है कि इस मामले में खूब जालसाजी की गई है।
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पहले दो मंत्रियों पर कसा था शिकंजा
आपको बता दें कि ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले एनसीपी नेता अनिल देशमुख पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में कार्रवाई की थी। उसके बाद उन्हें गृहमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। अभी वो जेल में बंद हैं। इसके बाद मंत्री नवाब मलिक पर भी ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग और अंडरवर्ल्ड से संबंध होने के आरोप में केस दर्ज किया।