मध्य प्रदेश: एबीवीपी कार्यकर्ताओं को नारा लगाने से रोका तो प्रोफेसर को पैर छूने पर किया मजबूर, वीडियो वायरल
मंदसौर। मध्य प्रदेश के मंदसौर स्थित पीजी कॉलेज में एक शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां भारत माता की जय नहीं कहने पर एक प्रोफेसर को छात्रों के पैर पकड़ कर माफी मांगनी पड़ी। वीडियों वायरल होने के बाद अब इस घटना पर सियासत भी शुरू होने लगी है। दरअसल, बुधवार को एबीवीपी के नेतृत्व में बीएससी फोर्थ सेम के छात्र परीक्षा परिणाम में हो रही देरी से परेशान होकर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति के नाम प्राचार्य को ज्ञापन देने के लिए पहुंचे थे।
यहां छात्रों और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। जब नारेबाजी कर रहे छात्र नेता प्रोफेसर दिनेश गुप्ता की कक्षा के पास पहुचे तो प्रोफेसर ने मुताबिक उन्होंने पढ़ाई में व्यवधान होने पर नारेबाजी के लिऐ मना कर दिया। बस फिर क्या था, छात्र नेताओं ने इस बात को मुद्दा बनाकर हंगामा खड़ा कर दिया और एबीवीपी के छात्र नेताओं का आरोप था कि प्रोफेसर गुप्ता ने उन्हें भारत माता की जय बोलने से मना कर दिया। लिहाजा, प्रोफेसर दिनेश गुप्ता के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए और प्रोफेसर से माफी मंगवाने के लिए दबाव डालने लगे।
इधर मामले के तूल पकड़ने के बाद छात्र नेताओं के दबाव के बाद प्रोफेसर को इतनी ठेस पहुंची कि वे अपने ही छात्रों के पैर पकड़ने लगे। इस नजारे को देख प्रोफेसर गुप्ता के दूसरे साथी प्रोफेसर भी मौके पर पहुंच गए और किसी तरह से प्रोफेसर गुप्ता को संभाला। प्रोफेसर दिनेश गुप्ता ने कहा कि वे अपनी कक्षा मे छात्रों को गंभीर विषय पर पढ़ा रहे थे। छात्रो की इस तरह की नारेबाजी से पढ़ाई मे व्यवधान हुआ तो बाहर निकलकर नारेबाजी करने से मना कर दिया ना की भारत माता की जय ओर वंदेमातरम् बोलने से। उन्होंने ये भी कहा कि वे छात्रों से ज्यादा राष्ट्रवादी हैं और हजार बार भारत माता की जय बोलेंगे। लेकिन छात्रों के कहने और दबाव में आकर नहीं कहने वाले।
अब इस शर्मनाक घटना का वीडियों सामने आने के बाद प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट कर भाजपा सरकार पर आरोप लगाए हैं।इस घटना को प्रदेश कांग्रेस ने बेहद शर्मनाक बताया है। यह ट्वीट कांग्रेस के अधिकारिक ट्विटर हैंडल से किया गया है। जिसपर राजनीति अब तेज हो चुकी है। सोशल मीडिया पर इस पूरी घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
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