महाराष्ट्र के बाद मध्य प्रदेश में किसानों की पदयात्रा, सीएम शिवराज ने ताबड़तोड़ की घोषणाएं
भोपाल। महाराष्ट्र के बाद अब मध्यप्रदेश के किसानों ने भी अपनी मांगों को लेकर पदयात्रा की। किसानों ने सागर से लेकर भोपाल तक की करीब 185 किमी की पदयात्रा की। किसान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने भोपाल पहुंचे थे। कर्ज के बोझ तले डूबे किसान मुख्यमंत्री से पूर्ण कर्ज माफी की मांग कर रहे हैं।
किसानों की इस पदयात्रा के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश के किसानों में बेहद धैर्य और मेहनत है। राज्य के किसानों को उनकी मेहनत के लिए उन्होंने बधाई दी। उनके समर्पण की तारीफ की और कहा कि अपने किसानों के कठिन मेहनत की वजह से हमने इस साल लगातार पांचवीं बार कृषि कर्मण पुरस्कार जीता है।
उन्होंने घोषणा की कि राज्य के किसानों के लिए रिफंड को दोगुना कर दिया गया है। मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों की सहायता के लिए इस साल से रिलीफ फंड को 15,000 रुपए से बढ़ाकर 30,000 रुपए प्रति हेक्टेयर कर दिया है।
उन्होंने कहा कि 10 अप्रैल से 31 मई तक चना, मसूर एवं सरसों की फसलों की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर होगी, जिससे किसानों को राहत मिलेगी। वहीं कृषक समृध्दि योजना के तहत उन्हें 100 रुपए प्रति क्विंटल अलग से दिए जाएंगे।
सीएम शिवराज ने कहा कि किसानों की फसलों को एक्सपोर्ट करने के लिए सरकार एक एजेंसी बनाएगी, जो फसल एक्सपोर्ट करने में उनकी मदद करेगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही किसानों के लिए कॉल सेंटर बनाए जाएंगे। उन्हें मंडियों में लाइन नहीं लगानी होगी, उन्हें एसएमएस के जरिए संदेश भेजा जाएगा, जिसके बाद वो मंडी जाकर फसल बेच सकेंगे। वहीं सीएम निवास प24 घंटे का कॉल सेंटर बनाया जाएगा। किसान 0755-2540400 नंबर पर फोन कर जानकारी हासिल कर सकते है।