मप्र: बारिश से बही सड़क, पटरी के बगल ढाई किमी पैदल चलकर मीटिंग में पहुंचे विधायक जी
हरदा। मध्य प्रदेश के हरदा जिले में पिछले 30 घंटों से रुक-रुककर बारिश हो रही है। इससे नदी-नाले तक उफान पर हैं। बारिश नहीं थमने से निचली बस्तियों के लोग चिंतित हैं। कुछ तहसीलों का आसपास के गांवों से संपर्क कट गया है। वहीं, शहर में बहने वाली अजनाल उफान पर होने से रपटे पर 6 फीट पानी होने से रास्ता बंद हो गया है।
बारिश होने से अजनाल में मानपुरा से पंप इंजन रोड पर स्थित रपटे पर 6 फीट पानी आ गया। ऐसे में जिला स्तरीय स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में शामिल होने के लिए विधायक आरके दोगने को रेलवे ट्रैक से 2 किमी पैदल चलकर जाना पड़ा। बता दें कि हरदा विधायक आर के दोगने यहां काफी समय से पुल बनाने की मांग कर रहे हैं। वो विधानसभा में भी ये मामला उठा चुके हैं। लेकिन पुल ना होने के कारण हर साल यहां बारिश में ऐसे ही हालात बन जाते हैं। विधायक ने कहा कि जब भाजपा सरकार जनप्रतिनिधि की ही मांग पूरी नहीं कर पा रही है तो लोगों की समस्याओं का हल कैसे करेगी।
कालीमाचक नदी का पानी बढ़ने से वनांचल के 70 से अधिक गांवों का रहटगांव तहसील मुख्यालय से सड़क और संचार संपर्क टूट गया है। अजनाल नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। इसे देखते हुए प्रशासन ने हरदा में अलर्ट जारी किया है। यहां नर्मदा नदी का जलस्तर पिछले 24 घंटे में 90 सेमी बढ़ने से 264.050 मीटर पर पहुंच गया है।
जिले में गंजाल, अजनाल, काली माचक, सयानी और सुकनी नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। इसे देखते हुए प्रशासन ने नदी किनारे के गांवों को सतर्क रहने के लिए अलर्ट जारी किया है। वहीं, टिमरनी में करीब दो दर्जन गांवों का संपर्क कट गया है। बारिश में शहर के बगल से गुजरने वाली टिमरन नदी का जल स्तर बढ़ गया। रहटगांव के वनांचल से गुजरने वाली काली माचक नदी ने बड़झिरी, बोबदा, सिंगोडा, लाखादेह, चुरनी, बापचा, आमढाना, इंद्रपुरा, बंसीपुरा, बांसपानी, रूठूंबर्रा सहित अन्य गांवों का तहसील मुख्यालय से संपर्क टूटा रहा।