Chhatarpur पुलिस पर बर्बरता के आरोप, पूछताछ के बाद घर लौटा युवक फंदे पर झूलता मिला
Madhya Pradesh के छतरपुर जिले में बड़ा मलहरा में पुलिस द्वारा बेरहमी से मारपीट से एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मृतक को चोरी के संदेह में पकड़ा था। सख्ती से पूछताछ की गई थी और उसे पीटा भी था। धरमदास पिता गोकल लोधी (35) निवासी ग्राम भगुइनखेरा थाना भगवां ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पत्नी रंजना लोधी का आरोप है कि पुलिस ने मारपीट की थीए जिससे युवक दहशत में था और इसी वजह से उसने आत्मघाती कदम उठाया है।
घटना की खबर लगने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई, लेकिन आक्रोशित परिजनों ने शव को फंदे से उतारने नहीं दिया। घटना के बाद गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। मामला भगुइयन खेरा में एक नवम्बर को रतन लोधी के घर चोरी हुई। पुलिस ने शक के आधार पर गांव के 40 वर्षीय धरमदास लोधी उम्र को हिरासत में लिया और थाने में रखा। परिजनों का आरोप है कि दो दिन पुलिस ने धरमदास को बेरहमी से पीटा, लेन.देन के बाद उसे छोड़ा। फिर कहीं जाकर 4 नवम्बर की दोपहर उसे छोड़ा गया।
खेत
पर
बने
घर
में
लगाई
फांसी
पुलिस
की
निर्ममता
से
चोटिल
धरमदास
ने
शुक्रवार
रात
फांसी
लगाकर
जान
दे
दी।
गांव
वालो
के
अनुसार
धरमदास
गरीब
किसान
था।
जब
चोरी
के
आरोप
में
पुलिस
ने
उसे
हिरासत
में
लिया,
तब
गांव
वालों
ने
भी
विरोध
किया
था।
पुलिस
ने
किसी
की
नहीं
सुनी।
परिजन
का
आरोप
है
कि
फांसी
के
फंदे
पर
झूल
रहे
धरमदास
के
शरीर
पर
चोटों
के
निशान
हैं,
जो
बर्बरता
की
कहानी
खुद
कह
रहे
हैं।
बेटी के आशिक की सरेराह चप्पलों से पिटाई, घसीटते, मारते थाने ले गईं
छवनी
बना
रहा
गांव,
8
घंटे
बाद
लिखित
आश्वासन
के
बाद
माने
धरमदास
के
फांसी
के
फंदे
पर
झूलने
की
घटना
के
बाद
परिजन
और
गांव
के
लोग
एकत्रित
हो
गए।
पुलिस
पहुंची
तो
घर
में
घुसने
नहीं
दिया
और
पुलिस
के
खिलाफ
धरना
देकर
बैठ
गए।
मामले
की
गंभीरता
और
पुलिस
पर
आरोप
लगाते
ग्रामीण
व
उनके
आक्रोश
को
देखकर
पुलिस
अधिकारी
सकते
में
आ
गए।
पूरे
गांव
में
पुलिस
ही
पुलिस
नजर
आने
लगी।
छह
थानों
से
पुलिस
बल
को
गांव
में
बुला
लिया
गया
था।
सुबह
7
बजे
की
घटना
के
बाद
दोपहर
में
स्थानीय
विधायक
के
मजिस्ट्रियल
जांच
के
आश्वासन
के
बाद
परिजन
माने
और
शव
को
पोस्टमॉर्टम
के
लिए
भेजा
जा
सका।