बढ़ती महंगाई पर भड़के Akhilesh Yadav, कहा- भाजपाई चुनाव खर्च का बोझ जनता के कंधों पर गया
लखनऊ, जून 01: देश में बढ़ती महंगाई को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। अखिलेश यादव ने कहा, 'सुना है 30 दिनों में 16 बार पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़े हैं। लगता है 'सेंट्रल विस्टा' के प्रधान-निवास, कार्यालय, महाविमान व भाजपाई चुनाव खर्च का बोझ जनता के टैक्स के कंधों पर आ गया है। इतना ही नहीं, अखिलेश यादव ने कहा कि यह तो शुरू से ही लगा था कि भाजपा बड़े-बड़े थोथे वादे करके उससे मुकर जाने वाली पार्टी है।
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भाजपाई
चुनाव
खर्च
का
बोझ
जनता
पर
आ
गया:
अखिलेश
यादव
यूपी
के
पूर्व
सीएम
अखिलेश
यादव
ने
नरेंद्र
मोदी
सरकार
पर
तंज
कसते
हुए
ट्विटर
पर
लिखा,
'पेट्रोल,
डीजल,
एलपीजी,
दाल,
सरसों,
दूध
और
घी
है
महंगाई
ने
कमर
तोड़
दी,
फिर
भी
कहें
सब
चंगा
सी।
सुना
है
30
दिनों
में
16
बार
पेट्रोल-डीज़ल
के
दाम
बढ़े
हैं।
लगता
है
'सेंट्रल
विस्टा'
के
प्रधान-निवास,
कार्यालय,
महाविमान
व
भाजपाई
चुनाव
ख़र्च
का
बोझ
जनता
के
टैक्स
के
कंधों
पर
आ
गया
है।'
थोथे
वादे
कर
मुकर
जाने
वाली
पार्टी
है
भाजपा:
अखिलेश
यादव
इससे
पहले
अखिलेश
यादव
ने
कहा
कि
भाजपा
सरकार
ने
जनता
की
अपेक्षाओं
और
अपने
ही
घोषित
निर्णयों
का
मजाक
बनाकर
लोकतंत्र
की
भावनाओं
पर
गहरा
आघात
किया
है।
यह
तो
शुरू
से
ही
लगा
था
कि
भाजपा
बड़े-बड़े
थोथे
वादे
करके
उससे
मुकर
जाने
वाली
पार्टी
है।
अपने
बड़बोलेपन
को
ही
वह
जुमले
बता
देते
है।
भाजपा
सरकार
ने
जनता
के
विश्वास
को
धोखा
दिया
है
और
सबके
साथ
के
नारे
को
भुला
दिया
है।
कोरोना
की
महामारी
के
दौर
में
दिन
रात
एक
कर
मरीजों
की
सेवा
में
लगे
स्वास्थ्य
कर्मियों
तथा
अन्य
कर्मचारियों
के
संक्रमण
में
मृत्यु
पर
मुख्यमंत्री
उनके
परिवारजनों
को
आर्थिक
मदद
के
एलान
करते
रहे।
प्रधानमंत्री
जी
तो
कोरोना
संक्रमण
में
जान
गंवाने
वालों
की
याद
में
कई
बार
भावुक
होते
दिखाई
दिए
हैं
लेकिन
हर
वादे
को
धुएं
की
तरह
हवा
में
उड़ा
देने
में
भाजपा
ने
बड़ी
महारत
हासिल
कर
ली
है।
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भाजपा
न
तो
कोरोना
से
लड़ाई
में
गंभीर
है
और...
भाजपा
न
तो
कोरोना
से
लड़ाई
में
गंभीर
है
और
नहीं
कोरोना
संक्रमित
सेवा
कर्मियों
की
शहादत
का
सम्मान
करती
है।
उसके
नेता
तो
बस
विधानसभा
चुनाव
लड़ने
की
रणनीति
बनाने
में
ही
जुटे
हुए
हैं।
भाजपा
का
न
विकास
से
और
नहीं
जनहित
से
दूर-दूर
तक
संबंध
है।
लोकतंत्र
में
जनता
को
धोखा
देने
का
महापाप
करने
में
भी
भाजपा
को
संकोच
नहीं।
उसे
बस
सत्ता
की
भूख
है
और
उसके
लिए
वह
किसी
हद
तक
जा
सकती
है।