PPE किट को लेकर अखिलेश यादव का योगी सरकार पर बड़ा हमला, कहा- आपात स्थिति में भी भ्रष्टाचार, भाजपा सरकार बेमिसाल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन पर गुणवत्ता व मानक के विपरीत पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट यानी पीपीई किट सप्लाई कराने के गंभीर आरोप लगे हैं। इन आरोपों को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी की योगी सरकार को घेरा है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा डाॅक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की ओर से लगातार सुझाव और शिकायतें की जाती रही हैं। विपक्ष की बात को अनसुना करना लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा हो सकता है। भाजपा और उनकी सरकार की कार्यशैली न सिर्फ गैर गंभीर है बल्कि अलोकतांत्रिक भी है।
मुख्यमंत्री इस घोटाले की जिम्मेदारी से पलायन नहीं कर सकते: अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा, मुख्यमंत्री और टीम इलेवन की रोज-रोज हो रही बैठक के बाद भी पीपीई किट की गुणवत्ता मानक के अनुरूप नहीं है और यही घटिया किट मेडिकल कालेजों में सप्लाई की गई है। इसका खुलासा जीआईएमसी, नोएडा निदेशक एवं प्रधानाचार्य मेरठ द्वारा उनके कालेज में यूपी मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन से आपूर्ति अधोमानक पीपीई किट पाए जाने से हुआ है। इस अधोमानक पीपीई किट की आपूर्ति और इसके इस्तेमाल से कोरोना वायरस से निपटने वाले स्टाफ का जीवन खुद संकट में पड़ने की स्थिति में आ सकता है। उन्होंने कहा कि टीम इलेवन और मुख्यमंत्री इस घोटाले की जिम्मेदारी से पलायन नहीं कर सकते हैं। इस तरह के और तमाम घोटालों की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
'आपात स्थिति में भी भ्रष्टाचार, भाजपा सरकार बेमिसाल'
राज्य सरकार को बताना चाहिए कि अब तक कितनी किट वापस हुई है? 13 अप्रैल 2020 से पूर्व हुई शिकायत पर क्या कार्यवाही हुई और मुख्यमंत्री जी इस पर खामोश क्यों हैं? यह घोटाला एक गम्भीर प्रकरण है। अब तो डाॅक्टर और भी चिंतित और सतर्क हो जायेंगे कि सरकार उनके प्रति इस हद तक लापरवाह हो सकती है। अखिलेश ने कहा, लगता है कि राज्य सरकार और मुख्यमंत्री कोरोना की गम्भीरता से अनभिज्ञ हैं वरना क्या कारण है कि इतना बड़ा घोटाला हो जाए और मुख्यमंत्री जी अनजान बने रहे? आपात स्थिति में भी भ्रष्टाचार, भाजपा सरकार बेमिसाल।
पीपीई किट को लेकर लगे गंभीर आरोप
बता दें, यूपी मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन पर गुणवत्ता और मानक के विपरीत पीपीई किट सप्लाई कराने का गंभीर आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि जो पीपीई किट सप्लाई की गई है उसकी लेंथ मानक के अनुरूप नहीं है। वह साढ़े चार से पौने पांच फीट की है, जबकि देश में व्यक्ति की औसतन लंबाई इससे ज्यादा है। हालांकि सूबे के सरकारी अस्पतालों में इन्हीं पीपीई किट के इस्तेमाल के लिए बाध्य किए जाने की बात सामने आ रही है।
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