'जो लोग जिन्ना का समर्थन कर रहे है वो तालिबान का रहे हैं समर्थन', सीएम योगी ने कहा
'जो लोग जिन्ना का समर्थन कर रहे है वो तालिबान का रहे हैं समर्थन', सीएम योगी ने कहा
लखनऊ, 14 नवंबर: 2022 में उत्तर प्रदेश के अंदर विधानसभा चुनाव होने है। चुनावों को देखते हुए सत्ताधारी पार्टी बीजेपी समेत सभा राजनीतिक पार्टियां हर वर्ग के साथ अपनी भागीदारी को मजबूत करने के क्रम में सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन कर रही है। तो वहीं, यूपी के अंदर चुनाव से पहले जिन्ना की एंट्री हो चुकी है। वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बाद अब प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिन्ना को लेकर बयान दिया है।
लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में रविवार को भाजपा के वैश्य सम्मेलन में सीएम योगी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। सीएम योगी ने कहा कि आज सत्ता के लिए जो लोग जिन्ना का समर्थन कर रहे हैं वो एक प्रकार से तालिबान का समर्थन कर रहे हैं, ऐसे लोगों से सतर्क रहने की जरूरत हैं क्योंकि वो सत्ता के लिए कुछ भी कर सकते हैं। योगी ने कहा कि विपक्ष के पास मुद्दा नहीं है। वह सरदार पटेल का अपमान करना चाहती है। राष्ट्र नायक सरदार पटेल एक ओर हैं और दूसरी ओर राष्ट्र को तोड़ने वाले जिन्ना दूसरी ओर हैं। वो लोग जिन्ना का समर्थन करते हैं, हम लोग सरदार पटेल का समर्थन करते हैं।
इतना ही नहीं, सीएम योगी ने कहा कि यह पहचान जो देश को मिली है इसलिए मिली क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को भारतीय दृष्टि दी। 1947 में भारत के पास इस प्रकार का यशस्वी नेतृत्व होता तो भारत दुनिया का सबसे समृद्ध, बड़ी सामरिक शक्ति और आर्थिक ताक़तवर देश होता। कहा कि आज़ादी के बाद पिछली सरकारों के कालखंड में कभी भी ऐसा कोई कार्य नहीं हुआ जो कहा जा सके कि भारत के गौरव को आगे बढ़ाता हो। सीएम ने कहा कि 2014 के पहले कोरोना महामारी आई होती तो सोचिये देश का क्या हाल होता। पहले पर्व व त्योहारों पर अराजकता का माहौल था। गुंडा टैक्स वसूला जाता था। अब दंगाइयों को पता है कि दंगा करेंगे तो सात पीढ़ियों तक वसूली की जाएगी।
योगी ने कहा कि 2014 के पहले आवास योजना का लाभ चेहरा देखकर मिलता था, सत्ताधारी दल के हैं तो मिलेगा। विधायक आपकी जाति का है तो मिलेगा नहीं तो नहीं मिलेगा। आज देश के अंदर 10 करोड़ लोगों को आवास मिल गए हैं। इतिहास का जिक्र करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अशोक या चंद्रगुप्त मौर्य को महान नहीं बताया बल्कि चंद्रगुप्त मौर्य से हारने वाले सिकंदर को महान बताया। देश के साथ कितना धोखा हुआ है। इतिहासकार इन सब मुद्दों पर मौन हैं, अगर सच्चाई भारतवासियों के मन में आ जाएगी तो समाज और देश खड़ा हो जाएगा।