यूपी में अब जमीन की रजिस्ट्री करानी हुई महंगी, दलितों को मिला पट्टे का अधिकार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जमीन की रजिस्ट्री कराना अब महंगा हो गया है। प्रदेश के मुखिया अखिलेश यादव की अगुवाई में हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया है।
राज्य सरकार के इस फैसले के बाद अब जमीन की रजिस्ट्री कराने पर अब 10 हजार की बजाए 20 हजार रुपयों का भुगतान करना पड़ेगा। वहीं पावर ऑप एटॉर्नी की फीस में भी तीन गुना बढ़ोत्तरी की गयी है।
कैबिनेट के फैसले के बाद व्यवसायिक प्रापर्टी के रजिस्ट्रेशन की फीस औरर स्टॉप ड्यूटी में भी बढ़ोत्तरी की गयी है। इसके साथ ही अब जमीन का स्टॉप ड्युटी निर्माण के आधार पर किया जाएगा।
कैबिनेट में अपने अहम फैसले में दलितों को भी पट्टे की जमीन का मालिकाना हक देने का फैसला दिया है। अब दलितों को अपनी जमीन पर मालिकाना हक भी मिल सकेगा।
सरकार के इस फैसले के बाद अब दलित अब अपनी जमीन को भी बेच सकेंगे। अभी तक दलितों को अपनी जमीन किसी भी अन्य जाति को बेचने का अधिकार नहीं था। लेकिन सरकार के इस फैसले के बाद दलित अपनी जमीन को बेच सकेंगे।
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English summary
Big decision registration of land is costlu now in Uttar Pradesh. UP cabinet gave its nod to Dalits to sell their property.
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