IAS ने महिलाओं को रोजगार देकर तैयार कराया सिर्फ 550 रु की पीपीई किट, सेना ने ऑर्डर देकर की वाहवाही
लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में आईएएस अरविंद सिंह ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए ऑपरेशन कवच चलाया और इसके तहत कम लागत की उच्च गुणवत्ता वाली पीपीई किट का निर्माण करने में सफलता हासिल की। लॉकडाउन में एक तरफ जहां रोजगारों की कमी हो रही है वहीं मुख्य विकास अधिकारी अरविंद सिंह के इस प्रयास से कई महिलाओं को रोजगार मिला। लखीमपुर खीरी की स्वयंसेवी संस्थाओं में महिलाएं इस पीपीई किट के निर्माण में लगी हैं। इस काम की सराहना भारतीय सेना ने भी की है। भारतीय सैनिकों के लिए सेना ने ऐसे 2000 पीपीई किट का ऑर्डर दिया है।
ऑपरेशन सुरक्षा कवच
मुख्य विकास अधिकारी अरविंद सिंह ने कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए लखीमपुर खीरी में ऑपरेशन कवच की शुरुआत की। इसके तहत कोरोना संक्रमित मरीजों के संपर्क में आनेवाले डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों की जरूरत को देखते हुए स्वयंसेवी समूहों में महिलाएं इस पीपीई किट को तैयार कर रही हैं। आईआईटी बीएचयू और आईआईएम लखनऊ के छात्र रह चुके आईएएस अरविंद सिंह ने इस किट को बनाने के लिए विशेषज्ञों से बात की। इसके बाद उन्होंने अपनी देखरेख में इस पीपीई किट में खामियों को दूर करते हुए महिलाओं से इसका निर्माण कराया।
स्वास्थ्य महानिदेशालय ने दी मंजूरी
इस पीपीई किट में सुधार के लिए स्वास्थ्य महानिदेशालय ने भी सुझाव दिए। इसके बाद महानिदेशालय ने इसे मंजूरी दी और 1000 पीपीई किट का ऑर्डर भी दिया। इसके बाद भारतीय सेना को भी जब इस पीपीई किट के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने इसकी सराहना करते हुए मुख्य विकास अधिकारी अरविंद सिंह को पत्र भेजा और 2000 किट का ऑर्डर दिया।
आईएएस अरविंद सिंह ने बताया
इस पीपीई किट के निर्माण के बारे में जानकारी देते हुए सीडीओ अरविंद सिंह ने बताया कि ऑपरेशन कवच के तहत जनपद के पांच विकास खंडों- लखीमपुर, ईसानगर, पलिया, निघासन, गोला में 28 स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इसे बना रही हैं। कहा कि यह उच्च गुणवत्ता वाली किट सिर्फ 550 रुपए में तैयार हो जाती है और इसे हम बिना किसी मुनाफे के भारतीय सेना और अन्य को दे रहे हैं। इसके माध्यम से लॉकडाउन में भी स्वयंसेवी समूहो में 250 महिलाओं को रोजगार मिला है। कोरोना महामारी को देखते हुए इस पीपीई किट की बहुत जरूरत है।
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