पत्ता गोभी से चावल खाने को मजबूर, CM हेमंत सोरेन ने किया ट्वीट, नहीं जानती कैसा होता है दाल-चावल का स्वाद
दुमका। पत्ता गोभी को पानी में उबालने के बाद उसके टुकड़े-टुकड़े करके चावल के साथ खाना खाती इस बच्ची की तस्वीर ने सबको झकझोर कर रख दिया। ट्विटर पर यह तस्वीर जैसे ही वायरल हुई वैसे ही नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रशासन पर नाराजगी जताते हुए बच्ची के परिजनों को हरसंभव मदद दिलाने के आदेश दिए।
.@DumkaDc यह हमारे लिए और पूरे दुमका प्रशासन के लिए शर्म की बात है।
हम पिछले सरकार की तरह नहीं है जो 11 लाख राशन कार्ड निरस्त कर उसे अपनी उपलब्धि बताये।
जल्द से जल्द उक्त परिवार को सभी ज़रूरी सरकारी मदद पहुँचाते हुए सूचित करें और साथ ही ऐसे सभी परिवार को चिन्हित कर मदद पहुँचाएँ https://t.co/wjuOFdVfVm
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) February 25, 2020
हेमंत सोरेन ने किया ट्वीट
बता दें कि यह तस्वीर दुमका जिले के समलापुर गांव की है। इस बच्ची की तस्वीर को देखकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लिखा कि यह हमारे लिए और पूरे दुमका प्रशासन के लिए शर्म की बात है। हम पिछले सरकार की तरह नहीं है जो 11 लाख राशन कार्ड निरस्त कर उसे अपनी उपलब्धि बताएं। जल्द से जल्द उक्त परिवार को सभी ज़रुरी सरकारी मदद पहुंचाते हुए सूचित करें और साथ ही ऐसे सभी परिवार को चिन्हित कर मदद पहुंचाएं।
घर में दाल नहीं होने के कारण पत्ता गोभी के साथ चावल खाने को मजबूर
बता दें कि यह मासूम 70 साल की बुजुर्ग महिला चुड़की मुर्मू की नातिन है। बुजुर्ग की बेटी भी उन्हीं के साथ रहती है। घर में कोई पुरुष सदस्य नहीं है। इस परिवार को एक साल से राशन नहीं मिला है। चुड़की को पेंशन मिलती है। इससे वो लोग खाने के लिए चावल खरीद लेते हैं। लेकिन दाल-सब्जी या दूसरी खाने वाली चीजें नहीं खरीद पाते। उन्हें पत्ता गोभी सस्ता और आसानी से मिल जाता है। इसलिए इसे चावल से खाते हैं।
सर, आपके निर्देश के आलोक में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, जरमुंडी द्वारा उक्त परिवार को राशन कार्ड सहित राशन भी उपलब्ध करवा दिया गया है।
— DC_Dumka (@DumkaDc) February 26, 2020
@HemantSorenJMM @JharkhandCMO pic.twitter.com/jzfEJWNxJg
परिवार को राशन कार्ड उपलब्ध करवाया गया
सबसे शर्मनाक बात यह है कि मुख्यमंत्री के ट्वीट के बावजूद भी प्रशासन जागरूक नहीं हुआ। देर शाम जरमुंडी के बीडीओ कुंदन भगत ने बताया कि इस परिवार के पास राशन कार्ड है। लेकिन उन्होंने यह मानने से मना कर दिया कि परिवार को राशन नहीं मिल रहा है। हालांकि बुधवार को परिवार को राशन कार्ड सहित राशन भी उपलब्ध करवा दिया गया।
परिवार को पहुंचाया गया राशन
दुमका के डीडीसी शेखर जमुआर डीसी के प्रभार हैं। जिला प्रशासन ने सीएम के ट्वीट पर बीती रात तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। वहीं जरमुंडी के बीडीओ कुंदन भगत का कहना है कि चुड़की मुर्मू का राशन कार्ड है और उसे राशन भी मिल रहा है। बीडीओ ने बताया कि फिर भी वे एक पैकेट चावल चुड़की मुर्मू के घर एमओ से भिजवा रहे हैं।