ड्रोन अटैक के बाद जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर लगाया गया एंटी ड्रोन सिस्टम, जैमर किए गए इंस्टॉल
जम्मू, जून 30: जम्मू में शनिवार की रात एयरबेस पर ड्रोन से दो ब्लास्ट किए गए। इसके बाद रविवार की रात जम्मू के ही कालूचक मिलिट्री बेस पर एक बार फिर से ड्रोन नजर आए। आतंकियों द्वारा देश में पहली बार रक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए ड्रोन का उपयोग किया गया है। इन ड्रोन हमलों के बाद सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं। इन ताजा हमलों के बाद जम्मू में भारतीय वायु सेना स्टेशन पर एक एंटी ड्रोन सिस्टम लगाया गया है।
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सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) द्वारा जम्मू वायु सेना स्टेशन पर ड्रोन रोधी प्रणाली लगाई गई है। इसके अलावा पूरे इलाके में जैमर भी लगा दिए गए हैं, ताकि ड्रोन अगर यहां तक आता भी है तो उसका संपर्क टूट जाए। नए ड्रोन खतरे के लिए सिस्टम को बढ़ाया गया है। जम्मू में स्टेशन पर एक रेडियो फ्रीक्वेंसी डिटेक्टर लगाया गया है। इसके अलावा ड्रोन रोधी गन को भी तैनात किया गया है।
जम्मू-कश्मीर में 27 जून को जम्मू बेस पर ड्रोन हमले के बाद से सुरक्षा बल अलर्ट पर हैं। ड्रोन के डिटेक्शन के लिए इजरायली और यूरोप से खरीदे गए डिफेंस इक्विपमेंट लगा दिए गए हैं।सूत्रों का कहना है कि एयरफोर्स स्टेशन पर पाकिस्तान के आतंकियों ने जिन ड्रोन का इस्तेमाल किया, उनके मिलिट्री ग्रेड ड्रोन होने की संभावना है। लगातार चौथे दिन बुधवार को जम्मू में तीन अलग-अलग जगहों पर ड्रोन देखे गए।
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सूत्रों ने बताया कि बुधवार तड़के जम्मू के मीरन साहिब, कालूचक और कुंजवानी इलाकों में ड्रोन मंडराते देखे गए।गौरतलब है कि जम्मू के कुंजवानी-रत्नूचक में सोमवार रात को भी ड्रोन देखे जाने की सूचना मिली थी। यह लगातार तीसरी बार और 24 घंटे में दूसरी बार था जब यहां ड्रोन देखा गया है। सोमवार को कालूचक मिलिट्री स्टेशन के पास ड्रोन दिखा था। जिसके बाद कुंजवानी-रत्नूचक में रात करीब तीन बजे ड्रोन दिखने की खबर मिली। सूत्रों के मुताबिक ड्रोन काफी ऊंचाई पर उड़ रहा था और उसमें सफेद लाइट जल रही थी।