Tiddi Attack: खेत में फूट-फूटकर रोने लगी महिला किसान, MP हनुमान बेनीवाल ने शेयर किया वीडियो
जयपुर। टिड्डी दल का हमला थमने का नाम नहीं ले रहा है। राजस्थान के लगभग सभी जिले टिड्डियों की जद में हैं। पाकिस्तान की तरफ से आईं टिड्डियों ने बीते चार माह से किसानों की नींद उड़ा रखी है। लाखों हैक्टेयर खेतों में खड़ी फसलों को टिड्डियां चट कर चुकी हैं। इस बीच राजस्थान से एक महिला किसान का हर किसी को भावुक कर देने वाला वीडियो सामने आया है। टिड्डियों के दल द्वारा खेत में फसल तबाह करने के बाद यह महिला किसान फूट-फूटकर रो रही है। साथ खड़ी एक अन्य महिला इसे सांत्वना देती नजर आ रही है।
Recommended Video
राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र की महिला किसान
इस वीडियो को नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने 10 जुलाई की सुबह अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर करते हुए लिखा है कि 'प्रदेश के मारवाड़ क्षेत्र में टिड्डी द्वारा फसल चट कर जाने के बाद महिला किसान की स्थिति व मनोदशा आज राजस्थान सहित गुजरात, एमपी सहित कई राज्यों के किसानों की स्थिति है। इसलिए टिड्डी को राष्ट्रीय श्रेणी की आपदा घोषित करना जरूरी है।'
|
टिड्डी को राष्ट्रीय आपदा घोषित की मांग
टिड्डी दल के हमले को लेकर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल प्रदेश के अन्य नेताओं की तुलना में काफी सक्रिय हैं। सांसद बेनीवाल टिड्डी को राष्ट्रीय आपदा घोषित की मांग लगातार उठा रहे हैं। फरवरी में सांसद बेनीवाल ने टिड्डियों का मामला पुरजोर ढंग से उठाते हुए किसानों को विशेष राहत पैकेज देने की मांग भी की थी।
ट्विटर पर चलाई मुहिम
यूं तो हनुमान बेनीवाल रोजाना टिड्डियों के हमले से खेत व किसानों को हो रहे नुकसान को लेकर राज्य व केन्द्र सरकार का ध्यान आकर्षित करवा रहे हैं। इसके अलावा टिड्डी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और टिड्डियों से हुए नुकसान का आंकलन करवाकर किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग को लेकर ट्विटर पर मुहिम छेड़ रखी है। उसी मुहिम के तहत दस जुलाई को सुबह दस बजे से #Declare_Locust_National_Disaster हैश टैग ट्रेंड करवाया गया।
हेलीकॉप्टर से दवा का छिड़काव
देशभर में टिड्डियों का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में टिड्डियों के खात्मे के लिए राज्य सरकारें पुरजोर कोशिश में लगी हुई हैं। राजस्थान में तीन जून से हेलीकॉप्टर की मदद ली गई। बाड़मेर-जैसलमेर में टिड्डियों का खात्मा करने के लिए हेलीकॉप्टर से टिड्डियों वाले क्षेत्र में हवाई केमिकल का छिड़काव किया गया। इसके अलावा ब्रिटेन से 60 माइक्रोनेयर मशीनें मंगाने का ऑर्डर भी दिया जा चुका है। 15 मशीनें आ भी चुकी हैं।
क्या होती है राष्ट्रीय आपदा?
आपदा का मतलब है- किसी क्षेत्र में प्राकृतिक रूप से, इंसान या किसी दुर्घटना की वजह से भारी विपत्ति आना। इससे जनहानि या संपत्ति का इतना नुकसान हो कि स्थानीय समुदाय के लिए उससे निपटना असंभव हो। बाढ़, तूफान, चक्रवात, भूकंप, सुनामी को प्राकृतिक आपदा और एटमी, जैविक या रासायनिक आपदाओं को मानव जनित आपदा कहा जाता है। हालांकि, इसे घोषित करने के लिए कोई तय मानक नहीं हैं।
इसके क्या फायदे होते हैं?
आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के मुताबिक, राष्ट्रीय आपदा घोषित होने पर ऐसी स्थिति में एनडीआरएफ को मदद के लिए भेजा जाता है। आपदा राहत कोष के जरिए 75% मदद केंद्र और 25% राज्य सरकार करती हैं। जरूरत होने पर केंद्र के 100% फंडिंग वाले ‘राष्ट्रीय आपदा आकस्मिक फंड' से अतिरिक्त सहायता दी जाती है। प्रभावित लोगों को कर्ज में रियायत दी जाती है।
राजस्थान : MLA रामलाल मीणा को फेसबुक पर गोली मारने की धमकी, मीणा ने FB पर ही दिया ये जवाब