राजस्थान के 2 जवान शहीद, शिशुपाल सिंह ने 5 मिनट पहले पत्नी को VIDEO कॉल पर दिखाया था मंजर
दक्षिणी अफ्रीकी देश कांगो में राजस्थान के बीएसएफ जवान शिशुपाल व सांवलाराम शहीद
जयपुर, 28 जुलाई। राजस्थान ने अपने दो बहादुर बेटे खो दिए। दोनों में सीमा सुरक्षा बल के जवान थे और इन दिनों संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में अफ्रीकी देश कांगो में तैनात थे। वहां पर बुधवार को शहीद हो गए। बीएसएफ में हेड कांस्टेबल शिशुपाल सिंह सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ उपखंड और जवान सांवलाराम विश्नोई बाड़मेर के गुडामालानी इलाके के गांव बांड के रहने वाले थे।
कांगो के गोमा में हुआ हिंसक प्रदर्शन
शहीद शिशुपाल के भाई मदन सिंह ने बताया कि 26 जुलाई 2022 को कांगो के गोमा में प्रदर्शन हिंसक हो गया। स्थानीय लोगों की हिंसक भीड़ ने यूएन शांति मिशन सेना के कैंप पर धावा बोल दिया। भीड़ ने जवानों के हथियार छीन लिए और हमला कर दिया। इस झड़प में हेड कॉन्स्टेबल शिशुपाल सिंह और सांवलाराम विश्नोई शहीद हो गए। शिशुपाल मई 2022 में शांति सेना में शामिल होकर भारत से कांगो गए थे।
साथी कमांडो ने भी शेयर किया वीडियो
इधर, छत्तीसगढ़ में तैनात BSF कमांडो कुलदीप सिंह गने ने वीडियो शेयर किया है, जो शिशुपाल की शहादत से 5 मिनट पहले का है। वीडियो में शिशुपाल कैंप के बाहर प्रदर्शनकारियों पर हैंड ग्रेनेड फेंकते नजर आ रहे हैं। साथ ही वहां मौजूद जवानों की बातचीत से जाहिर हो रहा है कि उनका गोला-बारूद, गोलियां खत्म होती जा रही थी। शांति सेना में महिला जवान भी शामिल थीं। कुलदीप लक्ष्मणगढ़ के बगड़ियों का बास गांव से करीब 12 किलोमीटर दूर सिंगोदड़ा गांव के रहने वाले हैं।
खेल कोटे से बीएसएफ में भर्ती हुए थे शिशुपाल
शहीद शिशुपाल के भाई मदन सिंह भी बीएसएफ में हैं। वे बतौर डिप्टी कमांडेंट जैसलमेर में पोस्टेड हैं। शिशुपाल का जन्म 10 जून 1977 को हुआ था। 19 अक्टूबर 1994 में खेल कोटे से उसका चयन BSF में हुआ था। उन्होंने बतौर सिपाही BSFजॉइन की थी। वर्तमान में शिशुपाल मेघालय में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात थे। करीब ढाई महीने पहले ही कांगो जाने से पहले वे गांव आकर गए थे।
शहीद शिशुपाल की पत्नी हैं टीचर
बता दें कि शहीद शिशुपाल सिंह के तीन भाई हैं। तीनों ही BSF में नौकरी के जरिए देश की सेवा कर रहे हैं। तीन भाइयों में सबसे बड़े भाई मदन सिंह डिप्टी कमांडेंट हैं जो जैसलमेर में पोस्टेड हैं। उनसे छोटे मूल सिंह भी BSF में हैं। पिता किसान हैं। बुधवार को परिजनों को शिशुपाल की शहादत की जानकारी मिली। शहीद जवान शिशुपाल की बेटी कविता ने हाल ही में MBBS की पढ़ाई पूरी की है। उनका बेटा प्रशांत MBA कर रहा है। पत्नी कमला शिक्षिका हैं।
शिशुपाल ने पत्नी को किया था वीडियो कॉल
मीडिया से बातचीत में मदन सिंह ने बताया कि उनके भाई शिशुपाल ने शहादत से पांच मिनट पहले जब हालात खराब हुए तो अपनी पत्नी कमला से वीडियो कॉल किया था। शिशुपाल ने वीडियो कॉल कर बताया था कि यहां हालात खराब हैं। हिंसक प्रदर्शन हो रहा है। झड़प में शिशुपाल को गोली लग गई। वे शहीद हो गए। पत्नी बार-बार संपर्क करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन बात नहीं हो पाई।
पत्नी करती रही कॉल पर सम्पर्क
कांगो से दूसरा वीडियो मदन सिंह के पास आया। यह शिशुपाल के साथी ने बनाया था। वीडियो में शिशुपाल प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए दीवार के पार हैंड ग्रेनेड फेंकते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि इसके कुछ देर बाद बेकाबू भीड़ ने जवानों के हथियार छीनकर हमला कर दिया। जिसमें शिशुपाल और सांवलाराम शहीद हो गए।
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