जब तिरंगे की खातिर कलेक्टर ने उफनती नर्मदा में लगा दी छलांग, फिर 11 किलोमीटर बाद...
जबलपुर, 14 अगस्त: तेज वेग के साथ उफनती किसी नदी में तैरना आसान नहीं होता, वो भी 10-11 किलोमीटर...लेकिन देशभक्ति के जज्बे की मप्र के जबलपुर में ऐसी झलक दिखाई पड़ी, जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगा। हाथ में तिरंगा थामे सैकड़ो देश-भक्त उफनती नर्मदा में उतर गए। ख़ास बात यह थी कि जिले के कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी. ने भी तिरंगे की खातिर नर्मदा में छलांग लगा दी। सभी के साथ उन्होंने भी लंबी यात्रा की।

पिछले 14 सालों से हो रहा यह आयोजन
एमपी के जबलपुर में आजादी के पर्व के एक दिन पहले, पिछले 14 सालों से यह अनूठा आयोजन हो रहा है। पवित्र नर्मदा तट के जिलहरी घाट में तैराक इकठ्ठा होते हैं। फिर हाथों में देश की आन-बान-शान तिरंगा लिए उफनती नर्मदा में यात्रा करते है। बारिश के मौसम में जब नर्मदा का जलस्तर और बहाव बढ़ जाता है, ऐसे वक्त इन तैराकों का का देश भक्ति का जज्बा देखते ही बनता हैं।

कलेक्टर से भी नहीं रहा गया और लगा दी छलांग...
आजादी की 75 वीं वर्षगाँठ में आयोजित अमृत महोत्सव इन तैराकों के लिए यादगार बन गया। जिले के कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की मौजूदगी ने इस आयोजन को और ख़ास बना दिया। कलेक्टर यहां पहुंचे तो थे, इस आयोजन को देखने, लेकिन तिरंगे की शान की खातिर उन्होंने खुद नर्मदा में छलांग लगा दी। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की कुशल तैराकी का प्रदर्शन देख, लोग दंग रह गए। क्योकि बड़े ओहदों पर आसीन अफसरों का ऐसा प्रदर्शन और तैराकी जैसी कला के प्रति रूचि, कम ही देखने को मिलती है। कलेक्टर भी हाथ में तिरंगा थामे, अन्य तैराकों की भांति देशभक्ति की अलख जगाते नजर आए।

उफनती नर्मदा में निकली 11 किमी की तिरंगा यात्रा
अखंड भारत की स्थापना के लिए इन देशभक्तों ने भारत का तिंरगा हाथ में थामा, फिर गहरी उफनती नर्मदा नदी में उतर गए और तैरते हुए करीब 11 किलोमीटर की तिरंगा यात्रा निकाली। सभी तैराक नर्मदा के तेज वेग में तैरते हुए आगे बढ़े और बिना रुके तिलवारा घाट तक पहुंचे, जहां यात्रा का समापन हुआ। यात्रा में छोटे बच्चे, महिलाएं भी शामिल थी, जिनका हौसला देख हर कोई अचंभित हुआ।

आयोजन का बेसब्री से रहता है इंतजार
विशेष तौर पर महिलाएं सालभर इस दिन का इंतजार करती हैं। इस यात्रा में शामिल होने वाले सभी लोग शहर के आम नागरिक हैं, लेकिन इसके लिए वे हर दिन नर्मदा नदी में पहुंचकर तैराकी का अभ्यास करते हैं। यही वजह है कि स्वतंत्रता दिवस तक इनमें से किसी को भी नर्मदा में इतनी लंबी दूरी तक तैरने में कोई परेशानी नहीं हुई।

यात्रा समापन पर हुआ स्वागत
करीब 11 किलोमीटर लंबी इस यात्रा का तिलवारा घाट पर समापन हुआ। जहां विभिन्न दलों के लोगों ने इन देशभक्त तैराकों का स्वागत किया। जबलपुर कलेक्टर ने भी इस आयोजन को अपने जीवन का यादगार हिस्सा बताया। उन्होंने सभी से कहा कि देश की आजादी और उसके सम्मान स्वरुप प्रतीकों को सलामत रखने की जिम्मेदारी हर देशवासी की हैं। ऐसे आयोजन ही नई पीढ़ी को आजादी के मायने भी पता चलते है।
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