अलर्ट: ऐसे गोलगप्पे मत खाना..., मंडला में फ़ूड पॉइजनिंग से 150 लोग हुए बीमार, कलेक्टर ने जाँच के दिए निर्देश
मंडला जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर सिंगारपुर गांव में शनिवार को साप्ताहिक बाजार लगता है। जहाँ खरीददारी के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुँचते हैं। इस दौरान बाजार आये अधिकांश लोगों ने पानीपुरी की दुकान से गोलगप्पे खाए
जबलपुर, 29 मई: मंडला जिले के सिंगारपुर गांव के बाजार में गोलगप्पों (पानीपुरी) ने हाहाकार मचा दिया। फ़ूड पॉइजनिंग से करीब डेढ़ सौ लोगों की हालत बिगड़ गई। जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीड़ितों में सबसे ज्यादा बच्चे शामिल हैं। घटना की खबर लगते ही प्रशासन अलर्ट हुआ और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र समेत जिला अस्पताल में इलाज के माकूल इंतजाम कराए गए। इस दौरान केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते भी अस्पताल पहुंचे और पीड़ितों से मुलाकात की।
मंडला जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर सिंगारपुर गांव में शनिवार को साप्ताहिक बाजार लगता है। जहाँ खरीददारी के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुँचते हैं। इस दौरान बाजार आये अधिकांश लोगों ने पानीपुरी की दुकान से गोलगप्पे खाएं। बड़े चाव से गोलगप्पे खा रहे लोगों को यह नहीं पता था, कि वें फ़ूड पॉइजनिंग का शिकार हो जायेंगे। कुछ ही देर बाद देखते ही देखते लोगों को उल्टियाँ होने लगी, असहज महसूस होने लगा। बाजार में मौजूद अन्य लोगों ने फ़ौरन इसकी खबर प्रशासन दी, जिसके बाद एम्बुलेंस की मदद से पीड़ितों को जिला अस्पताल पहुँचाया गया। जहाँ प्राथमिक इलाज के बाद अधिकांश लोगो की हालत में सुधार हुआ, जिन्हें छुट्टी दे दी गई। कुछ बच्चों समेत जिन लोगों की तबियत ज्यादा बिगड़ी उन्हें अभी अस्पताल में भर्ती रखा गया हैं। चिकित्सकों के मुताबिक सभी की हालत अब स्थिर बनी हुई हैं।
केन्द्रीय
मंत्री
पहुंचे
अस्पताल,
कलेक्टर
ने
दिए
जांच
के
निर्देश
घटना
की
सूचना
मिलते
ही
केन्द्रीय
मंत्री
फग्गन
सिंह
कुलस्ते
अस्पताल
पहुंचे।
जहाँ
उन्होंने
पीड़ित
मरीजों
से
मुलाकात
की
और
उनका
हालचाल
जाना।
कुलस्ते
ने
अस्पताल
प्रबंधन
को
निर्देशित
किया
कि
पीड़ित
का
पर्याप्त
इलाज
मुहैया
हो।
इस
पूरे
मामले
में
मंडला
कलेक्टर
हर्षिका
सिंह
एसडीएम
को
अविलंब
जांच
करने
के
निर्देश
दिए
है।
गांव
के
बाजार
में
पानीपुरी
की
जिस
दुकान
से
यह
घटना
उपजी,
उस
दुकान
संचालक
के
बयान
भी
दर्ज
किये
गए
है।
दूषित
क्या
था
पानी
या
गोलगप्पे
?
गोलगप्पे
खाने
से
बीमार
हुए
कई
लोगों
का
कहना
था
कि
दुकानदार
द्वारा
गोलगप्पे
के
लिए
तैयार
किया
गया
पानी
दूषित
था।
स्वाद
में
कड़वाहट
के
साथ
अलग
ढंग
की
स्मेल
भी
आ
रही
थी।
हालाँकि
मौके
पर
जांच
करने
पहुँची
टीम
ने
दुकानदार
के
गोलगप्पे
और
उसका
पानी
बरामद
किया
हैं।
उसके
सेम्पल
जांच
के
लिए
भेजे
गए
है,
ताकि
फ़ूड
पॉइजनिंग
की
सही
वजह
का
पता
लग
सके।
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