भारत नहीं आने से खुश हुआ जाकिर नाईक, मलेशियाई पीएम का किया शुक्रिया
कुआलांलपुर। विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक ने मलेशिया में स्थायी रूप से रहने के लिए प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद का शुक्रिया किया है। जाकिर नाईक ने कहा कि मलेशिया के अधिकारियों ने उनके मामले में जांच करते हुए बिना किसी भेदभाव से यह निर्णय लिया है। जाकिर नाईक ने कहा कि इस फैसले ने मलेशिया के न्याय और सांप्रदायिक सद्भाव में अपने विश्वास की पुष्टि की, जो यह देश बहुजातीय विविधता में सफलता की गवाही है।
जाकिर नाईक ने कहा, 'मैं यहां की विविधता का हिस्सा बनकर गर्व महसूस कर रहा हूं और मैं उन संवेदनशीलताओं का भी सम्मान करता हूं, जो इसमें शामिल है। मैं किसी भी तरह से इस देश के कानून के नियम को तोड़कर यहां के स्थिरता को बाधित या खतरे में कभी नहीं डालना चाहुंगा। क्योंकि, अपने नागरिकों द्वारा प्राप्त सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देना ही मेरी प्राथमिकता है।'
जाकिर नाईक ने कहा कि जब तक भारत में न्याय और शांति की आस नहीं जगती, वह मलेशिया का ऋणी बना रहेगा। जाकिर नाईक ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में उसके खिलाफ मीडिया में और सोशल पर गलत ढंग से प्रचार चलाया गया।
बता दें कि जाकिर नाईक को मलेशियाई सरकार ने स्थायी आवास दे दिया है। वहीं, भारत सरकार मलेशिया से जाकिर नाईक का प्रत्यर्पण चाहती है, जिसकी आतंकी गतिविधयों में संलिप्तता देखी गई है।