'दगाबाज' जनरल परवेज मुशर्रफ को माफ किया या नहीं? तालिबानी प्रवक्ता ने पाकिस्तान पत्रकार को दिया ये जवाब
जनरल परवेज मुशर्रफ ने ही अमेरिका को तालिबान पर कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान के अंदर सैन्य अड्डा दिया था।
काबुल, अगस्त 25: काबुल पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने आम माफी की घोषणा की है और सरकारी अधिकारियों के साथ कई लोगों को तालिबान ने आम माफी दी है। लेकिन, क्या तालिबान ने 'दगाबाज' जनरल परवेज मुसर्रफ को भी माफी दी है, इसपर तालिबानी प्रवक्ता की तरफ से दिलचस्प जवाब दिया गया है।
पाकिस्तानी पत्रकार ने पूछा सवाल
दरअसल, तालिबान की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये सवाल पाकिस्तान के एक पत्रकार ने पूछा था। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद जब तालिबान से संबंधित घोषणाएं कर रहा था, उस वक्त पाकिस्तान के नेशनल न्यूज चैनल ARY न्यूज के रिपोर्टर अख्तर गुलफाम ने तालिबानी प्रवक्ता से पूछा कि '' जिस तरह आपने (तालिबान) लगातार आम माफी का ऐलान किया है, क्या उस तरह आप पूर्व पाकिस्तानी जनरल परवेज मुसर्रफ को भी माफ करेंगे? पाकिस्तानी पत्रकार गुलफाम के इस सवाल पर कुछ देर के लिए तो तालिबान का प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद भी चौंक गया और फिर उसने अपना जवाब दिया।
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मुशर्रफ पर क्या बोला तालिबान ?
पाकिस्तानी प्रवक्ता के इस सवाल पर तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि ''"जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ के साथ क्या करना है, इसका हमारे देश से कोई लेना-देना नहीं है। यह पाकिस्तान का आंतरिक मामला है। मैं इस बारे में बात नहीं करना चाहता। समय आने पर हम बात कर सकते हैं।" पाकिस्तानी पत्रकार के इस सवाल की पाकिस्तान में काफी आलोचना की जा रही है और लोग पूछ रहे हैं कि क्या अब पाकिस्तानियों और पाकिस्तानी जनरलों की ये स्थिति हो गई है कि उन्हें तालिबान के सामने माफी की गुहार लगानी पड़ रही है। आपको बता दें कि जब अमेरिका ने अफगानिस्तान पर हमला किया था, उस वक्त तालिबान के साथ सबसे बड़ा धोखा पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने ही किया था।
अमेरिका को दी सैन्य अड्डा
अमेरिका ने जब अफगानिस्तान पर हमला किया था, उसके बाद तालिबान पर लगातार हमला करने के लिए अमेरिका ने पाकिस्तान के साथ सैन्य अड्डे को लेकर करार किया था और उस वक्त पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल परवेज मुसर्रफ ही थे। हालांकि, कई सालों तक पाकिस्तान के लोगों को पता ही नहीं चल पाया कि पाकिस्तान के अंदर अमेरिका का सैन्य अड्डा है। अमेरिका ने बलूचिस्तान में स्थिति पाकिस्तानी सैन्य अड्डे से सैकड़ों तालिबानी आतंकियों को मारा था और जब सैन्य अड्डे का खुलासा हुआ था, उस वक्त पाकिस्तान में खलबली मच गई थी। पाकिस्तान ने अमेरिका को सैन्य अड्डा दे रखा था, इसका खुलासा 2011 में ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद तब हुई थी, जब एक बार अमेरिका ने दर्जनों पाकिस्तानी सैनिकों को ही बम से उड़ा दिया था। जिसके बाद पाकिस्तान ने अमेरिका से सैन्य अड्डा वापस ले लिया था। लिहाजा पाकिस्तानी पत्रकार ने तालिबान से मुसर्रफ को लेकर सवाल पूछा।
मुशर्रफ को मिली है फांसी की सजा
आपको बता दें कि पाकिस्तान में नवाज शरीफ की सत्ता को पलटने वाले और बाद में राष्ट्रपति बनने वाले जनरल परवेज मुशर्रफ को 17 दिसंबर 2019 को पाकिस्तान में फांसी की सजा सुनाई गई थी। उनके ऊपर देशद्रोह का आरोप लगा था। हालांकि, उनके पाकिस्तान में नहीं होने की वजह से उन्हें फांसी नहीं मिल सकी। आरोप के मुताबिक, 3 नवंबर 2007 को परवेज मुशर्रफ ने पाकिस्तान में इमरजेंसी लगा दी थी और दिसंबर 2013 में जब नवाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री थे, उस वक्त मुशर्रफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। 2016 में मुशर्रफ सेना की इजाजत लेकर दुबई चले गये और दिसंबर 2019 में उन्हें सजा सुनाई गई थी। जब देश से मुशर्रफ बाहर इलाज कराने के बहाने जा रहे थे, उस वक्त उन्होंने कहा था कि 'मैं एक कमांडो हूं और मैं अपने वतन से मोहब्बत करता हूं और कुछ हफ्तों में मैं वापस आ जाऊंगा'। लेकिन मुशर्रफ ने झूठ बोला था। वो उसके बाद कभी पाकिस्तान लौटकर नहीं आए।